जैसा हमें उन लोगों से प्राप्त हुआ, जिन्होंने आरंभ से इन बातों को देखा और वचन के सेवक थे;
1 यूहन्ना 1:1 - नवीन हिंदी बाइबल उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हमने सुना, जिसे हमने अपनी आँखों से देखा, जिसे हमने ध्यान से देखा और अपने हाथों से छुआ— पवित्र बाइबल वह सृष्टि के आरम्भ से ही था: हमने इसे सुना है, अपनी आँखों से देखा, ध्यान से निहारा, और इसे स्वयं अपने ही हाथों से हमने इसे छुआ है। हम उस वचन के विषय में बता रहे हैं जो जीवन है। Hindi Holy Bible उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आंखों से देखा, वरन जिसे हम ने ध्यान से देखा; और हाथों से छूआ। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हमारा विषय वह शब्द है, जो आदि से विद्यमान था। हम ने उसे सुना है। हमने उसे अपनी आँखों से देखा है। हमने उसका अवलोकन किया और अपने हाथों से उसका स्पर्श किया है। वह शब्द जीवन है पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आँखों से देखा, वरन् जिसे हम ने ध्यान से देखा और हाथों से छुआ – सरल हिन्दी बाइबल जीवन देनेवाले उस वचन के विषय में, जो आदि से था, जिसे हमने सुना, जिसे हमने अपनी आंखों से देखा, ध्यान से देखा और जिसको हमने छुआ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हमने सुना, और जिसे अपनी आँखों से देखा, वरन् जिसे हमने ध्यान से देखा और हाथों से छुआ। |
जैसा हमें उन लोगों से प्राप्त हुआ, जिन्होंने आरंभ से इन बातों को देखा और वचन के सेवक थे;
मेरे हाथ और मेरे पैरों को देखो कि यह मैं ही हूँ। मुझे छुओ और देखो, क्योंकि आत्मा के मांस और हड्डियाँ नहीं होतीं, जैसा तुम मुझमें देखते हो।”
जिसने देखा उसी ने साक्षी दी है और उसकी साक्षी सच्ची है, और वह जानता है कि वह सच कह रहा है, जिससे तुम भी विश्वास करो।
फिर उसने थोमा से कहा,“अपनी उँगली यहाँ ला और मेरे हाथों को देख, और अपना हाथ लाकर मेरी पसली में डाल, और अविश्वासी नहीं बल्कि विश्वासी हो।”
क्योंकि जिस प्रकार पिता अपने में जीवन रखता है, उसी प्रकार उसने होने दिया कि पुत्र भी अपने में जीवन रखे;
यीशु ने उनसे कहा,“मैं तुमसे सच सच कहता हूँ, इससे पहले कि अब्राहम उत्पन्न हुआ, मैं हूँ।”
अपने दुःख-भोग के बाद यीशु ने बहुत से ठोस प्रमाणों से अपने आपको उन पर जीवित प्रकट किया, और वह चालीस दिन तक उन्हें दिखाई देता रहा और परमेश्वर के राज्य की बातें बताता रहा।
तो हम ऐसे महान उद्धार की उपेक्षा करके कैसे बच सकते हैं? इस उद्धार का वर्णन सर्वप्रथम प्रभु के द्वारा किया गया, और सुननेवालों के द्वारा हमारे सामने इसकी पुष्टि हुई।
“जो कुछ तू देखता है उसे एक पुस्तक में लिख और उसे सातों कलीसियाओं अर्थात् इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया और लौदीकिया को भेज।”
प्रभु परमेश्वर, जो है, जो था, जो आने वाला है, और जो सर्वशक्तिमान है, यह कहता है,“मैं ही अल्फ़ा और ओमेगाहूँ।”
“स्मुरना की कलीसिया के दूत को यह लिख : “जो प्रथम और अंतिम है, और जो मर गया था और अब जीवित हो गया है, वह यह कहता है :