जब थुमा तिस्रो मोहर खोली, तओ मए तिस्रो जिन्दा प्राणीके जा कहात सुनो, “अब जा, अग्गु बढ।” और तओ मए देखो, कि एक कारो घोडा आओ; और बोमे बैठन बारोके हातमे एक तख्री रहए।
जब थुमा पाँचौँ मोहर खोली, तओ बेदी तरे मए बिनको आत्मनके देखो जौननके मारडारी रहए काहेकी बे परमेश्वरके बचनके प्रति और बहे सन्देशके प्रति बिश्वासयोग्य रहएं, जो उनके मिलो रहए।