3 तौ कुछ नियम के यहूदि नियम के सिक्छक आपस मैं कहीं, “जौ इंसान तौ परमेस्वर की बुराई करथै!”
3 मोशाको नियम कानुन सिखान बारे मैसे कोइ आपसमे कहान लागे, “जा त परमेश्वरको बदनाम करत हए।”
तौ बड़ो पुजारी अपने लत्ता फाड़कै कही, “जौ परमेस्वर की बुराई करी है, अब हमकै गभा की कोई जरूरत ना है! देखौ, तुम हबै जौ बुराई सुने हौ!
काहैकि बौ उन्हैं यहूदि नियम के सिक्छक के तराहनी नाय; बल्कि एक अधिकारी के तराहनी सिक्छा देत रहै।
तुम जौ बदनामी सुने। तुम सबन की का सलाह है?” बे सब बाके खिलाप बोलीं और कहीं जौ तौ कसूरवार है और जाकै मौत की सजा मिलनो चाहिए।
“मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि इंसानन की औलादन के सब पाप और बुराई जो बे करथैं, बे माफ करे जांगे,
पर जो कोई पवित्र आत्मा के खिलाप बुराई करैगो, बौ अनंतकाल तक माफ न करो जागो: और बौ कहु ना खतम होन बारो पाप को कसूरवार मानो जागो।”
काहैकि इंसानन के भीतर सेई मन मैं बुरी-बुरी सोच, छिनरइपना, चोरी करनो, मार डारनो,
फिर यहूदि नियम के सिक्छक और फरीसी अपने मैं कहेन लागे, “जौ कौन आदमी है, जो परमेस्वर की बुराई कर्रौ है! खाली एकै परमेस्वर है जो पापन की माफी दै सकथै!”