बौ समय ईसु चेलन कै बतान लगो, “मोकै जरूरी है, कि यरूसलेम जामौं और यहूदि नियम के सिक्छक, बड़े-बूढ़े यहूदि नेतन और प्रमुख पुजारियन के जरिये बड़ा दुख उठामौं; और मार डारो जामौं; फिर तिसरे दिन जी उठौं।”
तौ फिर ईसु उनकै सिखान लगो कि “इंसानन के लौड़ा के ताहीं जरूरी है कि बौ खूबै दुख उठाबैगो, और बड़े-बूढ़े और मुखिया पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक बाकै ठुकराए कै मार डारंगे, फिर बौ तीन दिन बाद फिर जिंदो हुई जाबैगो।”
काहैकि बौ अपने चेलन कै उपदेस देत और उनसे कहेत रहै, “इंसान को लौड़ा आदमियन के हाथ मैं पकड़बाओ जागो, और बे बाकै मार डारंगे; और बौ मरन के तीन दिन बाद जिंदो हुई जाबैगो।”
ईसु बारह चेलन कै बाजू मैं लै जाएकै कही, “सुनौ! आपन यरूसलेम कै जांगे, और जित्ती बात इंसान के लौड़ा के ताहीं भविस्यवक्ता के जरिया लिखी गईं हैं बे सबै सच्ची होंगी।
फिर बौ उनसे कही, “जे मेरी बे बातैं हैं, जोमैं तुमरे संग रहत भइ, तुमसे कहो रहौं, कि जरूरी है, कि जितनी बात मूसा के नियम और भविस्यवक्ता और भजन संहिता कि किताबन मैं, मेरे बारे मैं लिखी हैं, सब पूरी होमैं।”
और ईसु जहो कही, “इंसान के लौड़ा के ताहीं जरूरी है, कि बौ गजब दुख उठाबै, और बड़े-बूढ़े और पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक बाकै ठुकराए कै मार डारंगे, और बौ तिसरे दिन जी उठैगो।”
पर जे बात मैं जौ ताहीं कहो, कि जब इनको समय आबै तौ तुमकै याद आए जाबै कि मैं तुमसे अग्गुए कह दौ रहों, मैं सुरू मैं तुमसे जे बात जौ ताहीं नाय कहो काहैकि मैं तुमरेई संग रहों।”