काहैकि तुम अभैले अपने सरीर के स्वभाव से काबू मैं हौ। तुम एक दूसरे से नफरत करथौ और एक दूसरे से लड़थौ। का जौ साबित ना होथै कि तुम अपने सरीर के स्वभाव से काबू मैं हौ? का तुम दुनिया के लोगन के हानी नाय जी रै हौ?
बुराई के संग बुराई या स्राप के संग स्राप कै मत भुगतौ; जाके बजाय, आर्सिवाद के संग बापस भुगतान करौ, आर्सिवाद बौ है जो परमेस्वर तुमकै देन को वादा करी रहै जब बौ तुमकै बुलाई रहै।