अब मैं बे दुखन की बजह से खुसी मनाथौं, जो तुमरे ताहीं दुख उठाथौं, और मसीह के कलेस की घटी बाके सरीर के ताहीं जैसो कि कलीसिया के ताहीं अपने सरीर मैं पूरी कर देथौं।
धन्य हैं बे जो परिक्छन ले वफादार रहथैं, काहैकि जब बे ऐसी परिक्छा पास करन मैं कामयाब होथैं, तौ बे अपने इनाम मतलब जिंदगी के मुकुट कै पांगे जो कि परमेस्वर अपने प्रेम करन बारेन से वादा करी है।
देखौ, हम धीरज धरन बारेन कै धन्य कहथैं। तुम अय्यूब के धीरज धरन के बारे मैं तौ सुनेई हौ, और प्रभु के घाँईं से जो बाकै फल मिलो बाकै भी जान लै हौ, जोसे प्रभु कि बड़ी करुना और दया दिखाई देथै।
कोई भी चीज से मत डराबौ जो तुम भुगतन बारे हौ। सुनौ! तुम मैं से कितने कै कैदखाना मैं डारकै सैतान तुमरी परिक्छा लेगो, और तुमरी परेसानी दस दिन तक बनी रैहंगी। मेरे प्रति बिस्वास योग्य रहबौ, भले ही जाको मतलब मौत ही क्यों ना होबै, और मैं तुमकै अपनी जीत के इनाम के रूप मैं जिंदगी दुंगो।”