और बे उनके जरिया जे चिट्ठी भेजीं: “अन्ताकिया, सीरिया और किलिकिया देस के रहन बारे, हम प्रेरित और बड़े-बूढ़े तुमरे भईय्यन कै जो गैर यहूदि हैं जनम-जनम के ताहीं सुभकामना भेजथैं।
“मैं तौ यहूदि हौं, किलिकिया के तरसुस मैं पैदा भौ, लेकिन यरूसलेम मैं गमलीएल के छात्र के भेस मैं आओ। और मोकै बड़े-बूढ़ेन के नियम मैं सक्त हिदायत मिली रहै और परमेस्वर के ताहीं ऐसी धुन लगाओ रहौं जैसी तुम सब आज लगाए हौ।
लेकिन बौ कुछ आदमिन के जरिये बिरोध करो गौ रहै जो आजाद करन बारेन के सभाघरन के सदस्य रहैं, जैसो कि जाकै कहो जाथै, जोमैं कुरेनी और सिकन्दरिया के यहूदि सामिल रहैं। बे और दूसरे आदमी किलिकिया और आसिया के देसन से स्तिफनुस के संग बहस कर लागे।