12 “जौ सब जौ उद्देस्य के ताहीं रहै कि मैं बड़े पुजारिन से अधिकार और आदेस लैकै दमिस्क गौ।
12 “अइसियए एक दिन मुखिया यहूदी पुजारीनसे अधिकार और आज्ञा पाएके मए दमस्कस सहर घेन जात रहओं,
मुखिया पुजारी और फरीसी भी आग्या दै रखाईं रहैं कि अगर कोई कै पता होबै कि ईसु कहाँ है तौ बौ बताबै, ताकी बे बाकै पकड़ सकैं।
जहे मैं यरूसलेम मैं करो। मैं बड़ो पुजारी से अधिकार लैकै परमेस्वर के निरे पवित्र आदमिन कै कैदखाना मैं डार दौ; और जब उन्हैं मौत की सजा सुनाई गई, तौ महुँ उनके खिलाप बोट डारो।
तौ राजा, रस्ता मैं दुपारी के समय आसमान से सूरज की तुलना से उजियारो, अपने और अपने संग बारेन के चारौ तरफ चमकत भै देखो।
सबन के बाद महुँ कै दिखाई दई, जो मानौं अधूरे दिनन को जनमो हौं।