Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




مکاشفہ 6:17 - किताबे-मुक़द्दस

17 क्योंकि उनके ग़ज़ब का अज़ीम दिन आ गया है, और कौन क़ायम रह सकता है?”

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

17 کیونکہ اُن کے غضب کا روز عظیم آ پہُنچا ہے، اَور اَب کون زندہ بچ سَکتا ہے؟“

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

17 کیونکہ اُن کے غضب کا روزِ عظِیم آ پُہنچا۔ اب کَون ٹھہر سکتا ہے؟

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

17 کیونکہ اُن کے غضب کا عظیم دن آ گیا ہے، اور کون قائم رہ سکتا ہے؟“

باب دیکھیں کاپی




مکاشفہ 6:17
20 حوالہ جات  

लेकिन जब वह आए तो कौन यह बरदाश्त कर सकेगा? कौन क़ायम रह सकेगा जब वह हम पर ज़ाहिर हो जाएगा? वह तो धात ढालनेवाले की आग या धोबी के तेज़ साबुन की मानिंद होगा।


रब ख़ुद अपनी फ़ौज के आगे आगे गरजता रहता है। उसका लशकर निहायत बड़ा है, और जो फ़ौजी उसके हुक्म पर चलते हैं वह ताक़तवर हैं। क्योंकि रब का दिन अज़ीम और निहायत हौलनाक है, कौन उसे बरदाश्त कर सकता है?


तू ही महीब है। जब तू झिड़के तो कौन तेरे हुज़ूर क़ायम रहेगा?


यह मेंढक शयातीन की रूहें हैं जो मोजिज़े दिखाती हैं और निकलकर पूरी दुनिया के बादशाहों के पास जाती हैं ताकि उन्हें अल्लाह क़ादिरे-मुतलक़ के अज़ीम दिन पर जंग के लिए इकट्ठा करें।


सूरज तारीक हो जाएगा, चाँद का रंग ख़ून-सा हो जाएगा, और फिर रब का अज़ीम और जलाली दिन आएगा।


अफ़सोस! वह दिन कितना हौलनाक होगा! उस जैसा कोई नहीं होगा। याक़ूब की औलाद को बड़ी मुसीबत पेश आएगी, लेकिन आख़िरकार उसे रिहाई मिलेगी।’


लेकिन तू हटधर्म है, तू तौबा करने के लिए तैयार नहीं और यों अपनी सज़ा में इज़ाफ़ा करता जा रहा है, वह सज़ा जो उस दिन दी जाएगी जब अल्लाह का ग़ज़ब नाज़िल होगा, जब उस की रास्त अदालत ज़ाहिर होगी।


क़ौमें ग़ुस्से में आईं तो तेरा ग़ज़ब नाज़िल हुआ। अब मुरदों की अदालत करने और अपने ख़ादिमों को अज्र देने का वक़्त आ गया है। हाँ, तेरे नबियों, मुक़द्दसीन और तेरा ख़ौफ़ माननेवालों को अज्र मिलेगा, ख़ाह वह छोटे हों या बड़े। अब वह वक़्त भी आ गया है कि ज़मीन को तबाह करनेवालों को तबाह किया जाए।”


उन फ़रिश्तों को याद करें जो उस दायराए-इख़्तियार के अंदर न रहे जो अल्लाह ने उनके लिए मुक़र्रर किया था बल्कि जिन्होंने अपनी रिहाइशगाह को तर्क कर दिया। उन्हें उसने तारीकी में महफ़ूज़ रखा है जहाँ वह अबदी ज़ंजीरों में जकड़े हुए रोज़े-अज़ीम की अदालत का इंतज़ार कर रहे हैं।


हर वक़्त चौकस रहो और दुआ करते रहो कि तुमको आनेवाली इन सब बातों से बच निकलने की तौफ़ीक़ मिल जाए और तुम इब्ने-आदम के सामने खड़े हो सको।”


वह बोले, “कौन इस मुक़द्दस ख़ुदा के हुज़ूर क़ायम रह सकता है? यह हमारे बस की बात नहीं, लेकिन हम रब का संदूक़ किसके पास भेजें?”


बेटे को बोसा दो, ऐसा न हो कि वह ग़ुस्से हो जाए और तुम रास्ते में ही हलाक हो जाओ। क्योंकि वह एकदम तैश में आ जाता है। मुबारक हैं वह सब जो उसमें पनाह लेते हैं।


रब तेरे दहने हाथ पर रहेगा और अपने ग़ज़ब के दिन दीगर बादशाहों को चूर चूर करेगा।


क्योंकि मेरा दिल इंतक़ाम लेने पर तुला हुआ था, अपनी क़ौम का एवज़ाना देने का साल आ गया था।


उस दिन पर अफ़सोस! क्योंकि रब का वह दिन क़रीब ही है जब क़ादिरे-मुतलक़ हम पर तबाही नाज़िल करेगा।


कोहे-सिय्यून पर नरसिंगा फूँको, मेरे मुक़द्दस पहाड़ पर जंग का नारा लगाओ। मुल्क के तमाम बाशिंदे लरज़ उठें, क्योंकि रब का दिन आनेवाला है बल्कि क़रीब ही है।


कौन उस की नाराज़ी और उसके शदीद क़हर का सामना कर सकता है? उसका ग़ज़ब आग की तरह भड़ककर ज़मीन पर नाज़िल होता है, उसके आने पर पत्थर फटकर टुकड़े टुकड़े हो जाते हैं।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات