Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




زبور 91:1 - किताबे-मुक़द्दस

1 जो अल्लाह तआला की पनाह में रहे वह क़ादिरे-मुतलक़ के साये में सुकूनत करेगा।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

1 جو خُداتعالیٰ کی پناہ گاہ میں رہتاہے، وہ قادرمُطلق کے سایہ میں سکونت کرےگا۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

1 جو حق تعالیٰ کے پردہ میں رہتا ہے۔ وہ قادرِ مُطلق کے سایہ میں سکُونت کرے گا۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

1 جو اللہ تعالیٰ کی پناہ میں رہے وہ قادرِ مطلق کے سائے میں سکونت کرے گا۔

باب دیکھیں کاپی




زبور 91:1
22 حوالہ جات  

तू मेरी छुपने की जगह है, तू मुझे परेशानी से महफ़ूज़ रखता, मुझे नजात के नग़मों से घेर लेता है। (सिलाह)


क्योंकि मुसीबत के दिन वह मुझे अपनी सुकूनतगाह में पनाह देगा, मुझे अपने ख़ैमे में छुपा लेगा, मुझे उठाकर ऊँची चट्टान पर रखेगा।


ऐ अल्लाह, तेरी शफ़क़त कितनी बेशक़ीमत है! आदमज़ाद तेरे परों के साये में पनाह लेते हैं।


आँख की पुतली की तरह मेरी हिफ़ाज़त कर, अपने परों के साये में मुझे छुपा ले।


तू उन्हें अपने चेहरे की आड़ में लोगों के हमलों से छुपा लेता, उन्हें ख़ैमे में लाकर इलज़ामतराश ज़बानों से महफ़ूज़ रखता है।


क्योंकि तू पस्तहालों के लिए क़िला और मुसीबतज़दा ग़रीबों के लिए पनाहगाह साबित हुआ है। तेरी आड़ में इनसान तूफ़ान और गरमी की शिद्दत से महफ़ूज़ रहता है। गो ज़बरदस्तों की फूँकें बारिश की बौछाड़


रब तेरा मुहाफ़िज़ है, रब तेरे दहने हाथ पर सायबान है।


हर एक आँधी और तूफ़ान से पनाह देगा, हर एक रेगिस्तान में नदियों की तरह तरो-ताज़ा करेगा, हर एक तपती धूप में बड़ी चट्टान का-सा साया देगा।


मर्दे-ख़ुदा मूसा की दुआ। ऐ रब, पुश्त-दर-पुश्त तू हमारी पनाहगाह रहा है।


दाऊद का ज़बूर। मौसीक़ी के राहनुमा के लिए। तर्ज़ : तबाह न कर। यह सुनहरा गीत उस वक़्त से मुताल्लिक़ है जब वह साऊल से भागकर ग़ार में छुप गया। ऐ अल्लाह, मुझ पर मेहरबानी कर, मुझ पर मेहरबानी कर! क्योंकि मेरी जान तुझमें पनाह लेती है। जब तक आफ़त मुझ पर से गुज़र न जाए मैं तेरे परों के साये में पनाह लूँगा।


हमारा बादशाह भी उनके गढ़ों में फँस गया। जो हमारी जान था और जिसे रब ने मसह करके चुन लिया था उसे भी पकड़ लिया गया, गो हमने सोचा था कि उसके साये में बसकर अक़वाम के दरमियान महफ़ूज़ रहेंगे।


लेकिन मैं अल्लाह के घर में ज़ैतून के फलते-फूलते दरख़्त की मानिंद हूँ। मैं हमेशा के लिए अल्लाह की शफ़क़त पर भरोसा रखूँगा।


तब वह ख़ुशहाल रहेगा, और उस की औलाद मुल्क को मीरास में पाएगी।


जवान आदमियों में मेरा महबूब जंगल में सेब के दरख़्त की मानिंद है। मैं उसके साये में बैठने की कितनी आरज़ूमंद हूँ, उसका फल मुझे कितना मीठा लगता है।


जो इस क़िस्म की बातें करते हैं उन्हें जवाब दे, रब क़ादिरे-मुतलक़ फ़रमाता है कि जी हाँ, मैंने उन्हें दूर दूर भगा दिया, और अब वह दीगर क़ौमों के दरमियान ही रहते हैं। मैंने ख़ुद उन्हें मुख़्तलिफ़ ममालिक में मुंतशिर कर दिया, ऐसे इलाक़ों में जहाँ उन्हें मक़दिस में मेरे हुज़ूर आने का मौक़ा थोड़ा ही मिलता है।


तब वह इसराईल और यहूदाह का मक़दिस होगा, एक ऐसा पत्थर जो ठोकर का बाइस बनेगा, एक चट्टान जो ठेस लगने का सबब होगी। यरूशलम के बाशिंदे उसके फंदे और जाल में उलझ जाएंगे।


काँटेदार झाड़ी ने जवाब दिया, ‘अगर तुम वाक़ई मुझे मसह करके अपना बादशाह बनाना चाहते हो तो आओ और मेरे साये में पनाह लो। अगर तुम ऐसा नहीं करना चाहते तो झाड़ी से आग निकलकर लुबनान के देवदार के दरख़्तों को भस्म कर दे’।”


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات