Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




زبور 77:18 - किताबे-मुक़द्दस

18 आँधी में तेरी आवाज़ कड़कती रही, दुनिया बिजलियों से रौशन हुई, ज़मीन काँपती काँपती उछल पड़ी।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

18 بگولے میں سے آپ کی گرج کی آواز آئی، اَور آپ کی برق نے جہاں کو رَوشن کر دیا؛ اَور زمین لرزی اَور کپکپائی۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

18 بگُولے میں تیرے رَعد کی آواز تھی۔ برق نے جہان کو رَوشن کر دِیا۔ زمِین لرزی اور کانپی۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

18 آندھی میں تیری آواز کڑکتی رہی، دنیا بجلیوں سے روشن ہوئی، زمین کانپتی کانپتی اُچھل پڑی۔

باب دیکھیں کاپی




زبور 77:18
18 حوالہ جات  

उस की कड़कती बिजलियों ने दुनिया को रौशन कर दिया तो ज़मीन यह देखकर पेचो-ताब खाने लगी।


आसमान पर अल्लाह के घर को खोला गया और उसमें उसके अहद का संदूक़ नज़र आया। बिजली चमकने लगी, शोर मच गया, बादल गरजने और बड़े बड़े ओले पड़ने लगे।


रब आसमान से कड़कने लगा, अल्लाह तआला की आवाज़ गूँज उठी।


फिर मैंने एक बड़ा सफ़ेद तख़्त देखा और उसे जो उस पर बैठा है। आसमानो-ज़मीन उसके हुज़ूर से भागकर ग़ायब हो गए।


इसके बाद मैंने एक और फ़रिश्ता देखा जो आसमान पर से उतर रहा था। उसे बहुत इख़्तियार हासिल था और ज़मीन उसके जलाल से रौशन हो गई।


अचानक एक शदीद ज़लज़ला आया, क्योंकि रब का एक फ़रिश्ता आसमान से उतर आया और क़ब्र के पास जाकर उस पर पड़े पत्थर को एक तरफ़ लुढ़का दिया। फिर वह उस पर बैठ गया।


उसी वक़्त बैतुल-मुक़द्दस के मुक़द्दसतरीन कमरे के सामने लटका हुआ परदा ऊपर से लेकर नीचे तक दो हिस्सों में फट गया। ज़लज़ला आया, चट्टानें फट गईं


तब उस की शान सूरज की तरह चमकती, उसके हाथ से तेज़ किरणें निकलती हैं जिनमें उस की क़ुदरत पिनहाँ होती है।


लेकिन तेरे डाँटने पर पानी फ़रार हुआ, तेरी गरजती आवाज़ सुनकर वह एकदम भाग गया।


तब ज़मीन लरज़ उठी और थरथराने लगी, पहाड़ों की बुनियादें रब के ग़ज़ब के सामने काँपने और झूलने लगीं।


तब ज़मीन लरज़ उठी और थरथराने लगी, आसमान की बुनियादें रब के ग़ज़ब के सामने काँपने और झूलने लगीं।


ऐ रब, जब तू सईर से निकल आया और अदोम के खुले मैदान से रवाना हुआ तो ज़मीन काँप उठी और आसमान से पानी टपकने लगा, बादलों से बारिश बरसने लगी।


सीना पहाड़ धुएँ से ढका हुआ था, क्योंकि रब आग में उस पर उतर आया। पहाड़ से धुआँ इस तरह उठ रहा था जैसे किसी भट्टे से उठता है। पूरा पहाड़ शिद्दत से लरज़ने लगा।


तीसरे दिन सुबह पहाड़ पर घना बादल छा गया। बिजली चमकने लगी, बादल गरजने लगा और नरसिंगे की निहायत ज़ोरदार आवाज़ सुनाई दी। ख़ैमागाह में लोग लरज़ उठे।


उसने अपने तीर चलाए तो दुश्मन तित्तर-बित्तर हो गए। उस की तेज़ बिजली इधर-उधर गिरती गई तो उनमें हलचल मच गई।


ऐ रब, तूने डाँटा तो समुंदर की वादियाँ ज़ाहिर हुईं, जब तू ग़ुस्से में गरजा तो तेरे दम के झोंकों से ज़मीन की बुनियादें नज़र आईं।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات