زبور 68:32 - किताबे-मुक़द्दस32 ऐ दुनिया की सलतनतो, अल्लाह की ताज़ीम में गीत गाओ! रब की मद्हसराई करो (सिलाह) باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ32 اَے زمین کی مملکتو! خُدا کے لیٔے گاؤ، خُداوؔند کی مدح سرائی کرو، باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس32 اَے زمِین کی ممُلِکتو! خُدا کے لِئے گاؤ۔ خُداوند کی مدح سرائی کرو۔ (سِلاہ) باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن32 اے دنیا کی سلطنتو، اللہ کی تعظیم میں گیت گاؤ! رب کی مدح سرائی کرو (سِلاہ) باب دیکھیں |
उस वक़्त लंबे क़द और चिकनी-चुपड़ी जिल्दवाली यह क़ौम रब्बुल-अफ़वाज के हुज़ूर तोह्फ़ा लाएगी। हाँ, जिन लोगों से दीगर क़ौमें दूर-दराज़ इलाक़ों तक डरती हैं और जो ज़बरदस्ती सब कुछ पाँवों तले कुचल देते हैं वह दरियाओं से बटे हुए अपने मुल्क से आकर अपना तोह्फ़ा सिय्यून पहाड़ पर पेश करेंगे, वहाँ जहाँ रब्बुल-अफ़वाज का नाम सुकूनत करता है।