زبور 68:1 - किताबे-मुक़द्दस1 दाऊद का ज़बूर। मौसीक़ी के राहनुमा के लिए गीत। अल्लाह उठे तो उसके दुश्मन तित्तर-बित्तर हो जाएंगे, उससे नफ़रत करनेवाले उसके सामने से भाग जाएंगे। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ1 خُدا اُٹھیں، اُن کے دُشمن پراگندہ ہوں؛ اُن کے مُخالف اُن کے سامنے سے بھاگ جایٔیں۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس1 خُدا اُٹھے۔ اُس کے دُشمن پراگندہ ہوں۔ اُس سے عداوت رکھنے والے اُس کے سامنے سے بھاگ جائیں باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن1 داؤد کا زبور۔ موسیقی کے راہنما کے لئے گیت۔ اللہ اُٹھے تو اُس کے دشمن تتر بتر ہو جائیں گے، اُس سے نفرت کرنے والے اُس کے سامنے سے بھاگ جائیں گے۔ باب دیکھیں |
नतीजे में पूरा मुजस्समा पाश पाश हो गया। जितना भी लोहा, मिट्टी, पीतल, चाँदी और सोना था वह उस भूसे की मानिंद बन गया जो गाहते वक़्त बाक़ी रह जाता है। हवा ने सब कुछ यों उड़ा दिया कि इन चीज़ों का नामो-निशान तक न रहा। लेकिन जिस पत्थर ने मुजस्समे को गिरा दिया वह ज़बरदस्त पहाड़ बनकर इतना बढ़ गया कि पूरी दुनिया उससे भर गई।
कच्ची ईंट पर कंदा यरूशलम के नक़्शे के ज़रीए ज़ाहिर कर कि शहर का मुहासरा ख़त्म हो गया है। फिर बालों की एक तिहाई शहर के नक़्शे के बीच में जला दे, एक तिहाई तलवार से मार मारकर शहर के इर्दगिर्द ज़मीन पर गिरने दे, और एक तिहाई हवा में उड़ाकर मुंतशिर कर। क्योंकि मैं इसी तरह अपनी तलवार को मियान से खींचकर लोगों के पीछे पड़ जाऊँगा।