Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




زبور 121:1 - किताबे-मुक़द्दस

1 ज़ियारत का गीत। मैं अपनी आँखों को पहाड़ों की तरफ़ उठाता हूँ। मेरी मदद कहाँ से आती है?

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

1 میں اَپنی آنکھیں پہاڑوں کی طرف اُٹھاتا ہُوں۔ میری مدد کہاں سے آئے گی؟

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

1 مَیں اپنی آنکھیں پہاڑوں کی طرف اُٹھاؤُں گا۔ میری کُمک کہاں سے آئے گی؟

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

1 زیارت کا گیت۔ مَیں اپنی آنکھوں کو پہاڑوں کی طرف اُٹھاتا ہوں۔ میری مدد کہاں سے آتی ہے؟

باب دیکھیں کاپی




زبور 121:1
8 حوالہ جات  

ज़ियारत का गीत। मुसीबत में मैंने रब को पुकारा, और उसने मेरी सुनी।


ज़ियारत का गीत। मैं अपनी आँखों को तेरी तरफ़ उठाता हूँ, तेरी तरफ़ जो आसमान पर तख़्तनशीन है।


वाक़ई, पहाड़ियों और पहाड़ों पर बुतपरस्ती का तमाशा फ़रेब ही है। यक़ीनन रब हमारा ख़ुदा इसराईल की नजात है।


और बेशुमार उम्मतें आकर कहेंगी, “आओ, हम रब के पहाड़ पर चढ़कर याक़ूब के ख़ुदा के घर के पास जाएँ ताकि वह हमें अपनी मरज़ी की तालीम दे और हम उस की राहों पर चलें।” क्योंकि सिय्यून पहाड़ से रब की हिदायत निकलेगी, और यरूशलम से उसका कलाम सादिर होगा।


वह फ़रमाता है, “मैंने ख़ुद अपने बादशाह को अपने मुक़द्दस पहाड़ सिय्यून पर मुक़र्रर किया है!”


क़ोरह की औलाद का ज़बूर। गीत। उस की बुनियाद मुक़द्दस पहाड़ों पर रखी गई है।


बल्कि यहूदाह के क़बीले और कोहे-सिय्यून को चुन लिया जो उसे प्यारा था।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات