Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




امثال 19:29 - किताबे-मुक़द्दस

29 तानाज़न के लिए सज़ा और अहमक़ की पीठ के लिए कोड़ा तैयार है।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

29 ٹھٹّھا کرنے والوں کے لیٔے سزائیں تجویز کی جاتی ہیں، اَور احمق کی پیٹھ کے لیٔے کوڑے۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

29 ٹھٹھّا کرنے والوں کے لِئے سزائیں ٹھہرائی جاتی ہیں اور احمقوں کی پِیٹھ کے لِئے کوڑے ہیں۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

29 طعنہ زن کے لئے سزا اور احمق کی پیٹھ کے لئے کوڑا تیار ہے۔

باب دیکھیں کاپی




امثال 19:29
17 حوالہ جات  

घोड़े को छड़ी से, गधे को लगाम से और अहमक़ की पीठ को लाठी से तरबियत दे।


समझदार के होंटों पर हिकमत पाई जाती है, लेकिन नासमझ सिर्फ़ डंडे का पैग़ाम समझता है।


अगर तू दानिशमंद हो तो ख़ुद इससे फ़ायदा उठाएगा, अगर लान-तान करनेवाला हो तो तुझे ही इसका नुक़सान झेलना पड़ेगा।


क्योंकि जो रब को प्यारा है उस की वह तादीब करता है, वह हर एक को सज़ा देता है जिसे उसने बेटे के तौर पर क़बूल किया है।”


ज़ालिम का नामो-निशान नहीं रहेगा, तानाज़न ख़त्म हो जाएंगे, और दूसरों की ताक में बैठनेवाले सबके सब रूए-ज़मीन पर से मिट जाएंगे।


चुनाँचे अपनी तानाज़नी से बाज़ आओ, वरना तुम्हारी ज़ंजीरें मज़ीद ज़ोर से कस दी जाएँगी। क्योंकि मुझे क़ादिरे-मुतलक़ रब्बुल-अफ़वाज से पैग़ाम मिला है कि तमाम दुनिया की तबाही मुतैयिन है।


अहमक़ के होंट लड़ाई-झगड़ा पैदा करते हैं, उसका मुँह ज़ोर से पिटाई का मुतालबा करता है।


अगर समझदार को डाँटा जाए तो वह ख़ूब सीख लेता है, लेकिन अगर अहमक़ को सौ बार मारा जाए तो भी वह इतना नहीं सीखता।


नौजवान सीधा उसके पीछे यों हो लिया जिस तरह बैल ज़बह होने के लिए जाता या हिरन उछलकर फंदे में फँस जाता है।


मज़ाक़ उड़ानेवालों का वह मज़ाक़ उड़ाता, लेकिन फ़रोतनों पर मेहरबानी करता है।


अगर मुजरिम को कोड़े लगाने की सज़ा देनी है तो उसे क़ाज़ी के सामने ही मुँह के बल ज़मीन पर लिटाना। फिर उसे इतने कोड़े लगाए जाएँ जितनों के वह लायक़ है।


मुबारक है वह जो न बेदीनों के मशवरे पर चलता, न गुनाहगारों की राह पर क़दम रखता, और न तानाज़नों के साथ बैठता है


इलीशा मुड़ गया और उन पर नज़र डालकर रब के नाम में उन पर लानत भेजी। तब दो रीछनियाँ जंगल से निकलकर लड़कों पर टूट पड़ीं और कुल 42 लड़कों को फाड़ डाला।


“ऐ सादालौह लोगो, तुम कब तक अपनी सादालौही से मुहब्बत रखोगे? मज़ाक़ उड़ानेवाले कब तक अपने मज़ाक़ से लुत्फ़ उठाएँगे, अहमक़ कब तक इल्म से नफ़रत करेंगे?


इसलिए जब तुम पर आफ़त आएगी तो मैं क़हक़हा लगाऊँगी, जब तुम हौलनाक मुसीबत में फँस जाओगे तो तुम्हारा मज़ाक़ उड़ाऊँगी।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات