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گنتی 4:35 - किताबे-मुक़द्दस

35-37 उन्होंने उन तमाम मर्दों को रजिस्टर में दर्ज किया जो 30 से लेकर 50 साल के थे और जो मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत कर सकते थे। उनकी कुल तादाद 2,750 थी। मूसा और हारून ने सब कुछ वैसा ही किया जैसा रब ने मूसा की मारिफ़त फ़रमाया था।

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اُردو ہم عصر ترجُمہ

35 تیس سے لے کر پچاس سال کی عمر کے سبھی مَردوں کو جو خیمہ اِجتماع کی خدمت میں ہاتھ بٹانے کے لیٔے آئےتھے

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کِتابِ مُقادّس

35 تِیس برس کی عُمر سے لے کر پچاس برس کی عُمر تک کے جِتنے خَیمۂِ اِجتماع میں کام کرنے کے لِئے مَقدِس کی خِدمت میں شامِل تھے اُن سبھوں کو گِن لِیا۔

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ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

35-37 اُنہوں نے اُن تمام مردوں کو رجسٹر میں درج کیا جو 30 سے لے کر 50 سال کے تھے اور جو ملاقات کے خیمے میں خدمت کر سکتے تھے۔ اُن کی کُل تعداد 2,750 تھی۔ موسیٰ اور ہارون نے سب کچھ ویسا ہی کیا جیسا رب نے موسیٰ کی معرفت فرمایا تھا۔

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گنتی 4:35
15 حوالہ جات  

ग़रज़ यह लावी के क़बीले के ख़ानदान और सरपरस्त थे। हर एक को ख़ानदानी रजिस्टर में दर्ज किया गया था। इनमें से जो रब के घर में ख़िदमत करते थे हर एक की उम्र कम अज़ कम 20 साल थी।


उन तमाम मर्दों को रजिस्टर में दर्ज करना जो 30 से लेकर 50 साल के हैं और मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत के लिए आ सकते हैं।


वह नौमुरीद न हो वरना ख़तरा है कि वह फूलकर इबलीस के जाल में उलझ जाए और यों उस की अदालत की जाए।


ईसा तक़रीबन तीस साल का था जब उसने ख़िदमत शुरू की। उसे यूसुफ़ का बेटा समझा जाता था। उसका नसबनामा यह है : यूसुफ़ बिन एली


उसने रब के घर की ख़िदमत के लिए दरकार इमामों और लावियों के गुरोहों को भी मुक़र्रर किया, और साथ साथ रब के घर में बाक़ी तमाम ज़िम्मादारियाँ भी। इसके अलावा उसने रब के घर की ख़िदमत के लिए दरकार तमाम सामान की फ़हरिस्त भी तैयार की थी।


तमाम उन लावियों को गिना गया जिनकी उम्र तीस साल या इससे ज़ायद थी। उनकी कुल तादाद 38,000 थी।


उन तमाम मर्दों को रजिस्टर में दर्ज करना जो 30 से लेकर 50 साल के हैं और मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत के लिए आ सकते हैं।


उन तमाम मर्दों को रजिस्टर में दर्ज करना जो 30 से लेकर 50 साल के हैं और मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत करने के लिए आ सकते हैं।


मूसा, हारून और जमात के राहनुमाओं ने क़िहातियों की मर्दुमशुमारी उनके कुंबों और आबाई घरानों के मुताबिक़ की।


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