نحمیاہ 3:4 - किताबे-मुक़द्दस4 अगले हिस्से की मरम्मत मरीमोत बिन ऊरियाह बिन हक़्क़ूज़ ने की। अगला हिस्सा मसुल्लाम बिन बरकियाह बिन मशेज़बेल की ज़िम्मादारी थी। सदोक़ बिन बाना ने अगले हिस्से को तामीर किया। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ4 اُن سے آگے مریموتؔ بِن اورِیّاہؔ بِن حقوضؔ نے مرمّت کی اَور اُن سے آگے مِشُلّامؔ بِن بیرکیاہ بِن مشیز بیلؔ نے مرمّت کی اَور اُن سے آگے صدُوقؔ بِن بعنہؔ نے بھی مرمّت کی۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس4 اور اُن سے آگے مرِیموؔت بِن اُوریاؔہ بِن ہقُّوص نے مرمّت کی اور اُن سے آگے مُسلاّؔم بِن برکیاؔہ بِن مشیز بیل نے مرمّت کی اور اُن سے آگے صدُوؔق بِن بعنہ نے مرمّت کی۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن4 اگلے حصے کی مرمت مریموت بن اُوریاہ بن ہقوض نے کی۔ اگلا حصہ مسُلّام بن برکیاہ بن مشیزب ایل کی ذمہ داری تھی۔ صدوق بن بعنہ نے اگلے حصے کو تعمیر کیا۔ باب دیکھیں |
हबायाह, हक़्क़ूज़ और बरज़िल्ली के ख़ानदानों के कुछ इमाम भी वापस आए, लेकिन उन्हें रब के घर में ख़िदमत करने की इजाज़त न मिली। क्योंकि गो उन्होंने नसबनामे में अपने नाम तलाश किए उनका कहीं ज़िक्र न मिला, इसलिए उन्हें नापाक क़रार दिया गया। (बरज़िल्ली के ख़ानदान के बानी ने बरज़िल्ली जिलियादी की बेटी से शादी करके अपने सुसर का नाम अपना लिया था।)
हबायाह, हक़्क़ूज़ और बरज़िल्ली के ख़ानदानों के कुछ इमाम भी वापस आए, लेकिन उन्हें रब के घर में ख़िदमत करने की इजाज़त न मिली। क्योंकि गो उन्होंने नसबनामे में अपने नाम तलाश किए लेकिन उनका कहीं ज़िक्र न मिला, इसलिए उन्हें नापाक क़रार दिया गया। (बरज़िल्ली के ख़ानदान के बानी ने बरज़िल्ली जिलियादी की बेटी से शादी करके अपने सुसर का नाम अपना लिया था।)