Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




نحمیاہ 10:32 - किताबे-मुक़द्दस

32 हम सालाना रब के घर की ख़िदमत के लिए चाँदी का छोटा सिक्का देंगे। इस ख़िदमत में ज़ैल की चीज़ें शामिल हैं :

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

32 ”اَپنے خُدا کے گھر کی خدمت کے لیٔے ہر سال ثاقل کا تیسرا حِصّہ دینے کے حُکم کی تعمیل کی ہم ذمّہ داری لیتے ہیں۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

32 اور ہم نے اپنے لِئے قانُون ٹھہرائے کہ اپنے خُدا کے گھر کی خِدمت کے لِئے سال بہ سال مِثقال کا تِیسرا حِصّہ دِیا کریں۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

32 ہم سالانہ رب کے گھر کی خدمت کے لئے چاندی کا چھوٹا سِکہ دیں گے۔ اِس خدمت میں ذیل کی چیزیں شامل ہیں:

باب دیکھیں کاپی




نحمیاہ 10:32
12 حوالہ جات  

जहाँ यह पत्थर सतून के तौर पर खड़ा है वहाँ अल्लाह का घर होगा, और जो भी तू मुझे देगा उसका दसवाँ हिस्सा तुझे दिया करूँगा।”


क्योंकि अगर आप देने का शौक़ रखते हैं तो फिर अल्लाह आपका हदिया उस बिना पर क़बूल करेगा जो आप दे सकते हैं, उस बिना पर नहीं जो आप नहीं दे सकते।


अपनी मिलकियत और अपनी तमाम पैदावार के पहले फल से रब का एहतराम कर,


लेकिन सातवें साल ज़मीन को इस्तेमाल न करना बल्कि उसे पड़े रहने देना। जो कुछ भी उगे वह क़ौम के ग़रीब लोग खाएँ। जो उनसे बच जाए उसे जंगली जानवर खाएँ। अपने अंगूर और ज़ैतून के बाग़ों के साथ भी ऐसा ही करना है।


यह चीज़ें जंगों में लूटे हुए माल में से लेकर रब के घर को मज़बूत करने के लिए मख़सूस की गई थीं।


मैं, मेरे भाइयों और मुलाज़िमों ने भी दूसरों को उधार के तौर पर पैसे और अनाज दिया है। लेकिन आएँ, हम उनसे सूद न लें!


तूने उन्हें सबत के दिन के बारे में आगाह किया, उस दिन के बारे में जो तेरे लिए मख़सूसो-मुक़द्दस है। अपने ख़ादिम मूसा की मारिफ़त तूने उन्हें अहकाम और हिदायात दीं।


उस वक़्त मैंने यहूदाह में कुछ लोगों को देखा जो सबत के दिन अंगूर का रस निचोड़कर मै बना रहे थे। दूसरे ग़ल्ला लाकर मै, अंगूर, अंजीर और दीगर मुख़्तलिफ़ क़िस्म की पैदावार के साथ गधों पर लाद रहे और यरूशलम पहुँचा रहे थे। यह सब कुछ सबत के दिन हो रहा था। मैंने उन्हें तंबीह की कि सबत के दिन ख़ुराक फ़रोख़्त न करना।


जब आपके बापदादा ने ऐसा किया तो अल्लाह यह सारी आफ़त हम पर और इस शहर पर लाया। अब आप सबत के दिन की बेहुरमती करने से अल्लाह का इसराईल पर ग़ज़ब मज़ीद बढ़ा रहे हैं।”


तब मैंने उन्हें तंबीह की, “आप सबत की रात क्यों फ़सील के पास गुज़ारते हैं? अगर आप दुबारा ऐसा करें तो आपको हवालाए-पुलिस किया जाएगा।” उस वक़्त से वह सबत के दिन आने से बाज़ आए।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات