Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




لوقا 3:36 - किताबे-मुक़द्दस

36 बिन क़ीनान बिन अरफ़क्सद बिन सिम बिन नूह बिन लमक

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

36 اَور شِلحؔ قینانؔ کا، قینانؔ اَرفکسَدؔ کا، اَرفکسَدؔ سِمؔ کا، سِمؔ نُوح کا، نُوح لمکؔ کا بیٹا تھا۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

36 اور وہ قیناؔن کا اور وہ اَرفکسد کا اور وہ سِم کا اور وہ نُوح کا اور وہ لَمک کا۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

36 بن قینان بن ارفکسد بن سِم بن نوح بن لمک

باب دیکھیں کاپی




لوقا 3:36
22 حوالہ جات  

इसी तरह उसने क़दीम दुनिया को बचने न दिया बल्कि उसके बेदीन बाशिंदों पर सैलाब को आने दिया। उसने सिर्फ़ रास्तबाज़ी के पैग़ंबर नूह को सात और जानों समेत बचाया।


यह उनकी रूहें थीं जो उन दिनों में नाफ़रमान थे जब नूह अपनी कश्ती बना रहा था। उस वक़्त अल्लाह सब्र से इंतज़ार करता रहा, लेकिन आख़िरकार सिर्फ़ चंद एक लोग यानी आठ अफ़राद पानी में से गुज़रकर बच निकले।


यह ईमान का काम था कि नूह ने अल्लाह की सुनी जब उसने उसे आनेवाली बातों के बारे में आगाह किया, ऐसी बातों के बारे में जो अभी देखने में नहीं आई थीं। नूह ने ख़ुदा का ख़ौफ़ मानकर एक कश्ती बनाई ताकि उसका ख़ानदान बच जाए। यों उसने अपने ईमान के ज़रीए दुनिया को मुजरिम क़रार दिया और उस रास्तबाज़ी का वारिस बन गया जो ईमान से हासिल होती है।


लोग उस दिन तक खाने-पीने और शादी करने करवाने में लगे रहे जब तक नूह कश्ती में दाख़िल न हो गया। फिर सैलाब ने आकर उन सबको तबाह कर दिया।


ख़ाह मुल्क में नूह, दानियाल और अय्यूब क्यों न बसते तो भी मुल्क न बचता। यह आदमी अपनी रास्तबाज़ी से सिर्फ़ अपनी ही जानों को बचा सकते। यह रब क़ादिरे-मुतलक़ का फ़रमान है।


सिम के बेटे ऐलाम, असूर, अरफ़क्सद, लूद और अराम थे। अराम के बेटे ऊज़, हूल, जतर और मसक थे।


नूह के जो बेटे उसके साथ कश्ती से निकले सिम, हाम और याफ़त थे। हाम कनान का बाप था।


फिर अल्लाह ने नूह और उसके बेटों को बरकत देकर कहा, “फलो-फूलो और तादाद में बढ़ते जाओ। दुनिया तुमसे भर जाए।


लेकिन अल्लाह को नूह और तमाम जानवर याद रहे जो कश्ती में थे। उसने हवा चला दी जिससे पानी कम होने लगा।


यों हर मख़लूक़ को रूए-ज़मीन पर से मिटा दिया गया। इनसान, ज़मीन पर फिरने और रेंगनेवाले जानवर और परिंदे, सब कुछ ख़त्म कर दिया गया। सिर्फ़ नूह और कश्ती में सवार उसके साथी बच गए।


जब बारिश शुरू हुई तो नूह, उसके बेटे सिम, हाम और याफ़त, उस की बीवी और बहुएँ कश्ती में सवार हो चुके थे।


नूह ने सब कुछ वैसा ही किया जैसा अल्लाह ने उसे बताया।


आदम की उम्र 130 साल थी जब उसका बेटा सेत पैदा हुआ। सेत सूरत के लिहाज़ से अपने बाप की मानिंद था, वह उससे मुशाबहत रखता था।


नूह तक आदम की औलाद सेत, अनूस,


बिन सरूज बिन रऊ बिन फ़लज बिन इबर बिन सिलह


बिन मतूसिलह बिन हनूक बिन यारिद बिन महललेल बिन क़ीनान


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات