احبار 18:5 - किताबे-मुक़द्दस5 मेरी हिदायात और अहकाम के मुताबिक़ चलना, क्योंकि जो यों करेगा वह जीता रहेगा। मैं रब हूँ। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ5 تُم میرے قوانین اَور آئین پر عَمل کرنا کیونکہ جو شخص اُنہیں مانے گا وہ اُن ہی کی بدولت زندہ رہے گا؛ کیونکہ مَیں یَاہوِہ ہُوں۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس5 سو تُم میرے آئِین اور احکام ماننا جِن پر اگر کوئی عمل کرے تو وہ اُن ہی کی بدَولت جِیتا رہے گا۔ مَیں خُداوند ہُوں۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن5 میری ہدایات اور احکام کے مطابق چلنا، کیونکہ جو یوں کرے گا وہ جیتا رہے گا۔ مَیں رب ہوں۔ باب دیکھیں |
लेकिन यह बच्चे भी मुझसे बाग़ी हुए। न उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी गुज़ारी, न एहतियात से मेरे अहकाम पर अमल किया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने मेरे सबत के दिनों की भी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ुस्सा उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में तबाह करना चाहता था।
लेकिन रेगिस्तान में भी इसराईली मुझसे बाग़ी हुए। उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी न गुज़ारी बल्कि मेरे अहकाम को मुस्तरद कर दिया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने सबत की भी बड़ी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ज़ब उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में हलाक करना चाहता था।
तू उन्हें समझाता रहा ताकि वह दुबारा तेरी शरीअत की तरफ़ रुजू करें, लेकिन वह मग़रूर थे और तेरे अहकाम के ताबे न हुए। उन्होंने तेरी हिदायात की ख़िलाफ़वरज़ी की, हालाँकि इन्हीं पर चलने से इनसान को ज़िंदगी हासिल होती है। लेकिन उन्होंने परवा न की बल्कि अपना मुँह तुझसे फेरकर अड़ गए और सुनने के लिए तैयार न हुए।