Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




یشوع 11:3 - किताबे-मुक़द्दस

3 और कनान के मशरिक़ और मग़रिब में। याबीन ने अमोरियों, हित्तियों, फ़रिज़्ज़ियों, पहाड़ी इलाक़े के यबूसियों और हरमून पहाड़ के दामन में वाक़े मुल्के-मिसफ़ाह के हिव्वियों को भी पैग़ाम भेजे।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

3 اَور مشرق اَور مغرب میں رہنے والے کنعانیوں اَور امُوریوں حِتّیوں پَرزّییوں اَور کوہستانی مُلک کے یبُوسیوں اَور حرمُونؔ کے نیچے مِصفاہؔ کے علاقہ میں رہنے والے حِوّیوں کو بُلوا بھیجا۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

3 اور مشرِق اور مغرِب کے کنعانِؔیوں اور امورِیوں اور حتِّیوں اور فرزِّیوں اور کوہِستانی مُلک کے یبُوسیوں اور حوِیّوں کو جو حرمُوؔن کے نِیچے مِصفاہ کے مُلک میں رہتے تھے بُلوا بھیجا۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

3 اور کنعان کے مشرق اور مغرب میں۔ یابین نے اموریوں، حِتّیوں، فرِزّیوں، پہاڑی علاقے کے یبوسیوں اور حرمون پہاڑ کے دامن میں واقع ملکِ مِصفاہ کے حِوّیوں کو بھی پیغام بھیجے۔

باب دیکھیں کاپی




یشوع 11:3
30 حوالہ جات  

फ़िलिस्ती उनके पाँच हुक्मरानों समेत, तमाम कनानी, सैदानी और लुबनान के पहाड़ी इलाक़े में रहनेवाले हिव्वी जो बाल-हरमून पहाड़ से लेकर लबो-हमात तक आबाद थे।


मिसफ़ाह, कफ़ीरा, मौज़ा,


उसका एक और नाम मिसफ़ाह यानी ‘पहरेदारों का मीनार’ भी रखा गया। क्योंकि लाबन ने कहा, “रब हम पर पहरा दे जब हम एक दूसरे से अलग हो जाएंगे।


लेकिन यहूदाह का क़बीला यबूसियों को यरूशलम से निकालने में नाकाम रहा। इसलिए उनकी औलाद आज तक यहूदाह के क़बीले के दरमियान रहती है।


और इसी तरह जिलियाद, जसूरियों और माकातियों का इलाक़ा, हरमून का पहाड़ी इलाक़ा और सलका शहर तक बसन का सारा इलाक़ा भी।


सबने इसमाईल को छोड़ दिया और मुड़कर यूहनान के पास भाग आए।


उसने मिसफ़ाह में जिदलियाह के साथ रहनेवाले तमाम हमवतनों को भी क़त्ल किया और वहाँ ठहरनेवाले बाबल के फ़ौजियों को भी।


मैं ख़ुद मिसफ़ाह में ठहरकर आपकी सिफ़ारिश करूँगा जब बाबल के नुमाइंदे आएँगे। इतने में अंगूर, मौसमे-गरमा का फल और ज़ैतून की फ़सलें जमा करके अपने बरतनों में महफ़ूज़ रखें। उन शहरों में आबाद रहें जिन पर आपने क़ब्ज़ा कर लिया है।”


जिदलियाह मिसफ़ाह में ठहरा हुआ था। यरमियाह उसके पास जाकर मुल्क के बचे हुए लोगों के बीच में बसने लगा।


आ मेरी दुलहन, लुबनान से मेरे साथ आ! हम कोहे-अमाना की चोटी से, सनीर और हरमून की चोटियों से उतरें, शेरों की माँदों और चीतों के पहाड़ों से उतरें।


यह उस ओस की मानिंद है जो कोहे-हरमून से सिय्यून के पहाड़ों पर पड़ती है। क्योंकि रब ने फ़रमाया है, “वहीं हमेशा तक बरकत और ज़िंदगी मिलेगी।”


तूने शिमालो-जुनूब को ख़लक़ किया। तबूर और हरमून तेरे नाम की ख़ुशी में नारे लगाते हैं।


फिर आसा बादशाह ने यहूदाह के तमाम मर्दों की भरती करके उन्हें रामा भेज दिया ताकि वह उन तमाम पत्थरों और शहतीरों को उठाकर ले जाएँ जिनसे बाशा बादशाह रामा की क़िलाबंदी करना चाहता था। तमाम मर्दों को वहाँ जाना पड़ा, एक को भी छुट्टी न मिली। इस सामान से आसा ने बिनयमीन के शहर जिबा और मिसफ़ाह की क़िलाबंदी की।


जिन आदमियों की सुलेमान ने बेगार पर भरती की वह इसराईली नहीं थे बल्कि अमोरी, हित्ती, फ़रिज़्ज़ी, हिव्वी और यबूसी यानी कनान के पहले बाशिंदों की वह औलाद थे जो बाक़ी रह गए थे। मुल्क पर क़ब्ज़ा करते वक़्त इसराईली इन क़ौमों को पूरे तौर पर मिटा न सके, और आज तक इनकी औलाद को इसराईल के लिए बेगार में काम करना पड़ता है।


लेकिन जब वबा का फ़रिश्ता चलते चलते यरूशलम तक पहुँच गया और उस पर हाथ उठाने लगा तो रब ने लोगों की मुसीबत को देखकर तरस खाया और तबाह करनेवाले फ़रिश्ते को हुक्म दिया, “बस कर! अब बाज़ आ।” उस वक़्त रब का फ़रिश्ता वहाँ खड़ा था जहाँ अरौनाह यबूसी अपना अनाज गाहता था।


कुछ देर के बाद समुएल ने अवाम को बुलाकर मिसफ़ाह में रब के हुज़ूर जमा किया।


लेकिन हो सकता है कोई ख़ानदान मिसफ़ाह के इजतिमा में न आया हो। आओ, हम पता करें।” मालूम हुआ कि यबीस-जिलियाद के बाशिंदे नहीं आए थे।


फिर वह एक दूसरे से पूछने लगे, “जब हम मिसफ़ाह में रब के हुज़ूर जमा हुए तो हमारी क़ौम में से कौन कौन इजतिमा में शरीक न हुआ?” क्योंकि उस वक़्त उन्होंने क़सम खाकर एलान किया था, “जिसने यहाँ रब के हुज़ूर आने से इनकार किया उसे ज़रूर सज़ाए-मौत दी जाएगी।”


तमाम इसराईली एक दिल होकर मिसफ़ाह में रब के हुज़ूर जमा हुए। शिमाल के दान से लेकर जुनूब के बैर-सबा तक सब आए। दरियाए-यरदन के पार जिलियाद से भी लोग आए।


चुनाँचे इसराईली कनानियों, हित्तियों, अमोरियों, फ़रिज़्ज़ियों, हिव्वियों और यबूसियों के दरमियान ही आबाद हो गए।


दिलान, मिसफ़ाह, युक़तियेल,


रब तेरा ख़ुदा तुझे उस मुल्क में ले जाएगा जिस पर तू जाकर क़ब्ज़ा करेगा। वह तेरे सामने से बहुत-सी क़ौमें भगा देगा। गो यह सात क़ौमें यानी हित्ती, जिरजासी, अमोरी, कनानी, फ़रिज़्ज़ी, हिव्वी और यबूसी तादाद और ताक़त के लिहाज़ से तुझसे बड़ी होंगी


उस की जुनूबी सरहद दरियाए-अरनोन के किनारे पर वाक़े शहर अरोईर थी जबकि उस की शिमाली सरहद सिरयून यानी हरमून पहाड़ थी।


अमालीक़ी दश्ते-नजब में रहते हैं जबकि हित्ती, यबूसी और अमोरी पहाड़ी इलाक़े में आबाद हैं। कनानी साहिली इलाक़े और दरियाए-यरदन के किनारे किनारे बसते हैं।”


और रब ने दुश्मनों को इसराईलियों के हवाले कर दिया। इसराईलियों ने उन्हें शिकस्त दी और उनका ताक़्क़ुब करते करते शिमाल में बड़े शहर सैदा और मिस्रफ़ात-मायम तक जा पहुँचे। इसी तरह उन्होंने मशरिक़ में वादीए-मिसफ़ाह तक भी उनका ताक़्क़ुब किया। आख़िर में एक भी न बचा।


अब यशुअ की पहुँच जुनूब में सईर की तरफ़ बढ़नेवाले पहाड़ ख़लक़ से लेकर लुबनान के मैदानी इलाक़े के शहर बाल-जद तक थी जो हरमून पहाड़ के दामन में था। यशुअ ने इन इलाक़ों के तमाम बादशाहों को पकड़कर मार डाला।


इसके अलावा जबलियों का मुल्क और मशरिक़ में पूरा लुबनान हरमून पहाड़ के दामन में बाल-जद से लेकर लबो-हमात तक बाक़ी रह गया है।


और क़िलाबंद शहर सूर और हिव्वियों और कनानियों के तमाम शहरों तक पहुँच गए। आख़िरकार उन्होंने यहूदाह के जुनूब की मर्दुमशुमारी बैर-सबा तक की।


आज आप जान लेंगे कि ज़िंदा ख़ुदा आपके दरमियान है और कि वह यक़ीनन आपके आगे आगे जाकर दूसरी क़ौमों को निकाल देगा, ख़ाह वह कनानी, हित्ती, हिव्वी, फ़रिज़्ज़ी, जिरजासी, अमोरी या यबूसी हों।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات