Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




یوحنا 7:51 - किताबे-मुक़द्दस

51 “क्या हमारी शरीअत किसी पर यों फ़ैसला देने की इजाज़त देती है? नहीं, लाज़िम है कि उसे पहले अदालत में पेश किया जाए ताकि मालूम हो जाए कि उससे क्या कुछ सरज़द हुआ है।”

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

51 ”کیا ہماری شَریعت کسی شخص کو مُجرم ٹھہراتی ہے جَب تک کہ اُس کی بات نہ سُنی جائے اَور یہ نہ مَعلُوم کر لیا جائے کہ اُس نے کیاکِیا ہے؟“

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

51 کیا ہماری شرِیعت کِسی شخص کو مُجرِم ٹھہراتی ہے جب تک پہلے اُس کی سُن کر جان نہ لے کہ وہ کیا کرتا ہے؟

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

51 ”کیا ہماری شریعت کسی پر یوں فیصلہ دینے کی اجازت دیتی ہے؟ نہیں، لازم ہے کہ اُسے پہلے عدالت میں پیش کیا جائے تاکہ معلوم ہو جائے کہ اُس سے کیا کچھ سرزد ہوا ہے۔“

باب دیکھیں کاپی




یوحنا 7:51
8 حوالہ جات  

दूसरे की बात सुनने से पहले जवाब देना हमाक़त है। जो ऐसा करे उस की रुसवाई हो जाएगी।


अदालत करते वक़्त जानिबदारी न करना। छोटे और बड़े की बात सुनकर दोनों के साथ एक जैसा सुलूक करना। किसी से मत डरना, क्योंकि अल्लाह ही ने तुम्हें अदालत करने की ज़िम्मादारी दी है। अगर किसी मामले में फ़ैसला करना तुम्हारे लिए मुश्किल हो तो उसे मुझे पेश करो। फिर मैं ही उसका फ़ैसला करूँगा।”


पौलुस ने उससे कहा, “मक्कार! अल्लाह तुमको ही मारेगा, क्योंकि तुम यहाँ बैठे शरीअत के मुताबिक़ मेरा फ़ैसला करना चाहते हो जबकि मुझे मारने का हुक्म देकर ख़ुद शरीअत की ख़िलाफ़वरज़ी कर रहे हो!”


लेकिन लाज़िम है कि पहले कम अज़ कम दो या तीन लोग गवाही दें कि उसने ऐसा ही किया है। उसे सज़ाए-मौत देने के लिए एक गवाह काफ़ी नहीं।


ग़लत अफ़वाहें न फैलाना। किसी शरीर आदमी का साथ देकर झूटी गवाही देना मना है।


जिस पर क़त्ल का इलज़ाम लगाया गया हो उसे सिर्फ़ इस सूरत में सज़ाए-मौत दी जा सकती है कि कम अज़ कम दो गवाह हों। एक गवाह काफ़ी नहीं है।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات