Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




ایوب 22:4 - किताबे-मुक़द्दस

4 अल्लाह तुझे तेरी ख़ुदातरस ज़िंदगी के सबब से मलामत नहीं कर रहा। यह न सोच कि वह इसी लिए अदालत में तुझसे जवाब तलब कर रहा है।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

4 ”کیا وہ تمہاری پاک دامنی کے باعث تُمہیں ملامت کرتا، اَور تُمہیں عدالت میں لاتا ہے؟

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

4 کیا اِس لِئے کہ تُجھے اُس کا خَوف ہے وہ تُجھے جِھڑکتا اور تُجھے عدالت میں لاتا ہے؟

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

4 اللہ تجھے تیری خدا ترس زندگی کے سبب سے ملامت نہیں کر رہا۔ یہ نہ سوچ کہ وہ اِسی لئے عدالت میں تجھ سے جواب طلب کر رہا ہے۔

باب دیکھیں کاپی




ایوب 22:4
17 حوالہ جات  

क्या तू वाक़ई एक ऐसी मख़लूक़ का इतने ग़ौर से मुआयना करना चाहता है? मैं कौन हूँ कि तू मुझे पेशी के लिए अपने हुज़ूर लाए?


अपने ख़ादिम को अपनी अदालत में न ला, क्योंकि तेरे हुज़ूर कोई भी जानदार रास्तबाज़ नहीं ठहर सकता।


जिनको मैं प्यार करता हूँ उनकी मैं सज़ा देकर तरबियत करता हूँ। अब संजीदा हो जा और तौबा कर।


इस वक़्त वह कटकर नज़रे-आतिश हुआ है। तेरे चेहरे की डाँट-डपट से लोग हलाक हो जाते हैं।


ऐ याक़ूब के ख़ुदा, तेरे डाँटने पर घोड़े और रथबान बेहिसो-हरकत हो गए हैं।


जब तू इनसान को उसके क़ुसूर की मुनासिब सज़ा देकर उसको तंबीह करता है तो उस की ख़ूबसूरती कीड़ा लगे कपड़े की तरह जाती रहती है। हर इनसान दम-भर का ही है। (सिलाह)


और अल्लाह किसी भी इनसान को उस वक़्त से आगाह नहीं करता जब उसे इलाही तख़्ते-अदालत के सामने आना है।


लेकिन तुम्हें ख़ुद तलवार से डरना चाहिए, क्योंकि तुम्हारा ग़ुस्सा तलवार की सज़ा के लायक़ है, तुम्हें जानना चाहिए कि अदालत आनेवाली है।”


मेरी आहें अल्लाह के सामने फ़ानी इनसान के हक़ में बात करेंगी, उस तरह जिस तरह कोई अपने दोस्त के हक़ में बात करे।


अल्लाह तो मुझ जैसा इनसान नहीं कि मैं जवाब में उससे कहूँ, ‘आओ हम अदालत में जाकर एक दूसरे का मुक़ाबला करें।’


जहाँ ताक़त की बात है तो वही क़वी है, जहाँ इनसाफ़ की बात है तो कौन उसे पेशी के लिए बुला सकता है?


ऐ अल्लाह, क्या मैं समुंदर या समुंदरी अज़दहा हूँ कि तूने मुझे नज़रबंद कर रखा है?


क्योंकि अल्लाह हर काम को ख़ाह वह छुपा ही हो, ख़ाह बुरा या भला हो अदालत में लाएगा।


अगर तू रास्तबाज़ हो भी तो क्या वह इससे अपने लिए नफ़ा उठा सकता है? हरगिज़ नहीं! अगर तू बेइलज़ाम ज़िंदगी गुज़ारे तो क्या उसे कुछ हासिल होता है?


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات