22 रब फ़रमाता है, “नाशें खेतों में गोबर की तरह इधर-उधर बिखरी पड़ी रहेंगी। जिस तरह कटा हुआ गंदुम फ़सल काटनेवाले के पीछे इधर-उधर पड़ा रहता है उसी तरह लाशें इधर-उधर पड़ी रहेंगी। लेकिन उन्हें इकट्ठा करनेवाला कोई नहीं होगा।”
22 اعلان کرو، ”یَاہوِہ کا یہی فرمان ہے: ” ’اِنسانوں کی لاشیں کھُلے میدان میں گوبر کی مانند پڑی ہُوں گی، اَور کاٹنے والوں کے ہاتھ سے چُھوٹی ہوئی فصل کی مانند ہُوں گی جسے اُن کو جمع کرنے والا کوئی نہیں ہوگا۔‘ “
22 کہہ دے خُداوند یُوں فرماتا ہے کہ آدمِیوں کی لاشیں مَیدان میں کھاد کی طرح گِریں گی اور اُس مُٹّھی بھر کی مانِند ہوں گی جو فصل کانٹے والے کے پِیچھے رہ جائے جِسے کوئی جمع نہیں کرتا۔
22 رب فرماتا ہے، ”نعشیں کھیتوں میں گوبر کی طرح اِدھر اُدھر بکھری پڑی رہیں گی۔ جس طرح کٹا ہوا گندم فصل کاٹنے والے کے پیچھے اِدھر اُدھر پڑا رہتا ہے اُسی طرح لاشیں اِدھر اُدھر پڑی رہیں گی۔ لیکن اُنہیں اکٹھا کرنے والا کوئی نہیں ہو گا۔“
और ज़मीन पर बिखेर देगा। वहाँ वह उनके सामने पड़ी रहेंगी जो उन्हें प्यारे थे यानी सूरज, चाँद और सितारों के तमाम लशकर के सामने। क्योंकि वह उन्हीं की ख़िदमत करते, उन्हीं के पीछे चलते, उन्हीं के तालिब रहते, और उन्हीं को सिजदा करते थे। उनकी हड्डियाँ दुबारा न इकट्ठी की जाएँगी, न दफ़न की जाएँगी बल्कि खेत में गोबर की तरह बिखरी पड़ी रहेंगी।
उस वक़्त रब के मारे हुए लोगों की लाशें दुनिया के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पड़ी रहेंगी। न कोई उन पर मातम करेगा, न उन्हें उठाकर दफ़न करेगा। वह खेत में बिखरे गोबर की तरह ज़मीन पर पड़ी रहेंगी।
रब फ़रमाता है, “चूँकि लोगों ने मेरा गुनाह किया है इसलिए मैं उनको बड़ी मुसीबत में उलझा दूँगा। वह अंधों की तरह टटोल टटोलकर इधर-उधर फिरेंगे, उनका ख़ून ख़ाक की तरह गिराया जाएगा और उनकी नाशें गोबर की तरह ज़मीन पर फेंकी जाएँगी।”
“वह मोहलक बीमारियों से मरकर खेतों में गोबर की तरह पड़े रहेंगे। न कोई उन पर मातम करेगा, न उन्हें दफ़नाएगा, क्योंकि वह तलवार और काल से हलाक हो जाएंगे, और उनकी लाशें परिंदों और दरिंदों की ख़ुराक बन जाएँगी।”
यही वजह है कि रब का ग़ज़ब उस की क़ौम पर नाज़िल हुआ है, कि उसने अपना हाथ बढ़ाकर उन पर हमला किया है। पहाड़ लरज़ रहे और गलियों में लाशें कचरे की तरह बिखरी हुई हैं। ताहम उसका ग़ुस्सा ठंडा नहीं होगा बल्कि उसका हाथ मारने के लिए उठा ही रहेगा।
हिज़क़ियाह ने वफ़द का इस्तक़बाल करके उसे वह तमाम ख़ज़ाने दिखाए जो ज़ख़ीराख़ाने में महफ़ूज़ रखे गए थे यानी तमाम सोना-चाँदी, बलसान का तेल और बाक़ी क़ीमती तेल। उसने असलिहाख़ाना और बाक़ी सब कुछ भी दिखाया जो उसके ख़ज़ानों में था। पूरे महल और पूरे मुल्क में कोई ख़ास चीज़ न रही जो उसने उन्हें न दिखाई।
यसायाह बोला, “उन्होंने महल में क्या कुछ देखा?” हिज़क़ियाह ने कहा, “उन्होंने महल में सब कुछ देख लिया है। मेरे ख़ज़ानों में कोई चीज़ न रही जो मैंने उन्हें नहीं दिखाई।”