Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




یرمیاہ 52:1 - किताबे-मुक़द्दस

1 सिदक़ियाह 21 साल की उम्र में बादशाह बना, और यरूशलम में उस की हुकूमत का दौरानिया 11 साल था। उस की माँ हमूतल बिंत यरमियाह लिबना शहर की रहनेवाली थी।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

1 جَب صِدقیاہؔ بادشاہ بنا، تَب وہ اکّیس سال کا تھا اَور اُس نے گیارہ سال تک یروشلیمؔ پر حُکمرانی کی۔ اُس کی ماں کا نام حمُوطلؔ تھا جو لِبناہؔ شہر کے باشِندے یرمیاہؔ کی بیٹی تھی۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

1 جب صِدقیاہ سلطنت کرنے لگا تو اِکِّیس برس کا تھا اور اُس نے گیارہ برس یروشلیِم میں سلطنت کی اور اُس کی ماں کا نام حمُوطل تھا جو لِبناہی یَرمِیاؔہ کی بیٹی تھی۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

1 صِدقیاہ 21 سال کی عمر میں بادشاہ بنا، اور یروشلم میں اُس کی حکومت کا دورانیہ 11 سال تھا۔ اُس کی ماں حموطل بنت یرمیاہ لِبناہ شہر کی رہنے والی تھی۔

باب دیکھیں کاپی




یرمیاہ 52:1
12 حوالہ جات  

सिदक़ियाह 21 साल की उम्र में बादशाह बना, और यरूशलम में उस की हुकूमत का दौरानिया 11 साल था। उस की माँ हमूतल बिंत यरमियाह लिबना शहर की रहनेवाली थी।


फिर यशुअ ने तमाम इसराईलियों के साथ वहाँ से आगे निकलकर लिबना पर हमला किया।


सिदक़ियाह 21 साल की उम्र में तख़्तनशीन हुआ, और यरूशलम में उस की हुकूमत का दौरानिया 11 साल था।


इस वजह से मुल्के-अदोम आज तक दुबारा यहूदाह की हुकूमत के तहत नहीं आया। उसी वक़्त लिबना शहर भी सरकश होकर ख़ुदमुख़तार हो गया।


इस इलाक़े में यह शहर भी थे : लिबना, इतर, असन,


यहुआख़ज़ 23 साल की उम्र में बादशाह बना, और यरूशलम में उस की हुकूमत का दौरानिया तीन माह था। उस की माँ हमूतल बिंत यरमियाह लिबना की रहनेवाली थी।


रबशाक़ी यरूशलम को छोड़कर असूर के बादशाह के पास वापस चला गया जो उस वक़्त लकीस से रवाना होकर लिबना पर चढ़ाई कर रहा था।


एक दिन सिदक़ियाह बादशाह ने फ़शहूर बिन मलकियाह और मासियाह के बेटे सफ़नियाह इमाम को यरमियाह के पास भेज दिया। उसके पास पहुँचकर उन्होंने कहा,


यहूदाह के बादशाह सिदक़ियाह के चौथे साल में यरमियाह नबी ने यह कलाम सिरायाह बिन नैरियाह बिन महसियाह के सुपुर्द कर दिया जो उस वक़्त बादशाह के साथ बाबल के लिए रवाना हुआ। सफ़र का पूरा बंदोबस्त सिरायाह के हाथ में था।


इसलिए शाहे-बाबल नबूकदनज़्ज़र तमाम फ़ौज को अपने साथ लेकर दुबारा यरूशलम पहुँचा ताकि उस पर हमला करे। सिदक़ियाह की हुकूमत के नवें साल में बाबल की फ़ौज यरूशलम का मुहासरा करने लगी। यह काम दसवें महीने के दसवें दिन शुरू हुआ। पूरे शहर के इर्दगिर्द बादशाह ने पुश्ते बनवाए।


यरूशलम यों दुश्मन के हाथ में आया : यहूदाह के बादशाह के नवें साल और 10वें महीने में शाहे-बाबल नबूकदनज़्ज़र अपनी तमाम फ़ौज लेकर यरूशलम पहुँचा और शहर का मुहासरा करने लगा।


क्या वह मुसलसल अपना जाल डालता और क़ौमों को बेरहमी से मौत के घाट उतारता रहे?


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات