मैं मिसरी देवताओं के मंदिरों को जला दूँगा। शाहे-बाबल उन्हें राख करेगा। वह उनके बुतों पर क़ब्ज़ा करके उन्हें अपने साथ ले जाएगा। जिस तरह चरवाहा चादर ओढ़ लेता है उसी तरह वह मुल्के-मिसर ओढ़ लेगा। मिसर आते वक़्त वह सूरज देवता के सतूनों को ढा देगा। हाँ, वह मिसरी देवताओं के मंदिर नज़रे-आतिश करेगा। तब वह सही-सलामत वहाँ से वापस चला जाएगा’।”
