یرمیاہ 44:22 - किताबे-मुक़द्दस22 आख़िरकार एक वक़्त आया जब तुम्हारी शरीर और घिनौनी हरकतें क़ाबिले-बरदाश्त न रहीं, और रब को तुम्हें सज़ा देनी पड़ी। यही वजह है कि आज तुम्हारा मुल्क वीरानो-सुनसान है, कि उसे देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। लानत करनेवाला अपने दुश्मन के लिए ऐसा ही अंजाम चाहता है। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ22 جَب تمہاری بداعمالیوں اَور مکرُوہ کاموں کی وجہ سے یَاہوِہ برداشت نہ کر سکے؛ اِس لئے تمہارا مُلک آج تک لعنتی ویران اَور غَیر آباد ہو گیا ہے۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس22 پس تُمہارے بد اَعمال اور نفرتی کاموں کے سبب سے خُداوند برداشت نہ کر سکا۔ اِس لِئے تُمہارا مُلک وِیران ہُؤا اور حَیرت و لَعنت کا باعِث بنا جِس میں کوئی بسنے والا نہ رہا جَیسا کہ آج کے دِن ہے۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن22 آخرکار ایک وقت آیا جب تمہاری شریر اور گھنونی حرکتیں قابلِ برداشت نہ رہیں، اور رب کو تمہیں سزا دینی پڑی۔ یہی وجہ ہے کہ آج تمہارا ملک ویران و سنسان ہے، کہ اُسے دیکھ کر لوگوں کے رونگٹے کھڑے ہو جاتے ہیں۔ لعنت کرنے والا اپنے دشمن کے لئے ایسا ہی انجام چاہتا ہے۔ باب دیکھیں |
मैं यहूदाह के उस बचे हुए हिस्से को सफ़हाए-हस्ती से मिटा दूँगा जो मिसर में जाकर पनाह लेने पर तुला हुआ था। सब मिसर में हलाक हो जाएंगे, ख़ाह तलवार से, ख़ाह काल से। छोटे से लेकर बड़े तक सबके सब तलवार या काल की ज़द में आकर मर जाएंगे। उन्हें देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे, और वह दूसरों की लान-तान और हिक़ारत का निशाना बनेंगे। लानत करनेवाला अपने दुश्मनों के लिए उन्हीं का-सा अंजाम चाहेगा।
मैं तलवार, काल और मोहलक बीमारियों से उनका यों ताक़्क़ुब करूँगा कि दुनिया के तमाम ममालिक उनकी हालत देखकर घबरा जाएंगे। जिस क़ौम में भी मैं उन्हें मुंतशिर करूँगा वहाँ लोगों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। किसी पर लानत भेजते वक़्त लोग कहेंगे कि उसे यहूदाह के बाशिंदों का-सा अंजाम नसीब हो। हर जगह वह मज़ाक़ और रुसवाई का निशाना बन जाएंगे।
क्योंकि रब्बुल-अफ़वाज जो इसराईल का ख़ुदा है फ़रमाता है, ‘पहले मेरा सख़्त ग़ज़ब यरूशलम के बाशिंदों पर नाज़िल हुआ। अगर तुम मिसर जाओ तो मेरा ग़ज़ब तुम पर भी नाज़िल होगा। तुम्हें देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे, और तुम उनकी लान-तान और हिक़ारत का निशाना बनोगे। लानत करनेवाला अपने दुश्मनों के लिए तुम्हारे जैसा अंजाम चाहेगा। जहाँ तक तुम्हारे वतन का ताल्लुक़ है, तुम उसे आइंदा कभी नहीं देखोगे।’