21 “देखो, रब ने उस बख़ूर पर ध्यान दिया जो तुम और तुम्हारे बापदादा ने बादशाहों, बुज़ुर्गों और अवाम समेत यहूदाह के शहरों और यरूशलम की गलियों में जलाया है। यह बात उसे ख़ूब याद है।
21 ”کیا وہ بخُور جو تُم نے، تمہارے آباؤاَجداد نے، تمہارے بادشاہوں اَور حاکموں نے یہُودیؔہ کے شہروں اَور یروشلیمؔ کی گلیوں میں جَلایا تھا وہ یَاہوِہ کو یاد نہیں؟ کیا وہ اُس کے ذہن میں نہیں ہے؟
21 کیا وہ بخُور جو تُم نے اور تُمہارے باپ دادا اور تُمہارے بادشاہوں اور اُمرا نے رعِیّت کے ساتھ یہُوداؔہ کے شہروں اور یروشلیِم کے بازاروں میں جلایا خُداوند کو یاد نہیں؟ کیا وہ اُس کے خیال میں نہیں آیا؟
21 ”دیکھو، رب نے اُس بخور پر دھیان دیا جو تم اور تمہارے باپ دادا نے بادشاہوں، بزرگوں اور عوام سمیت یہوداہ کے شہروں اور یروشلم کی گلیوں میں جلایا ہے۔ یہ بات اُسے خوب یاد ہے۔
हम उन तमाम बातों पर ज़रूर अमल करेंगे जो हमने कही हैं। हम आसमानी मलिका देवी के लिए बख़ूर जलाएँगे और उसे मै की नज़रें पेश करेंगे। हम वही कुछ करेंगे जो हम, हमारे बापदादा, हमारे बादशाह और हमारे बुज़ुर्ग मुल्के-यहूदाह और यरूशलम की गलियों में किया करते थे। क्योंकि उस वक़्त रोटी की कसरत थी और हमारा अच्छा हाल था। उस वक़्त हम किसी भी मुसीबत से दोचार न हुए।
क्या तुम्हें वह बुराइयाँ याद नहीं जो तुम्हारे बापदादा, यहूदाह के राजा-रानियों और तुमसे तुम्हारी बीवियों समेत मुल्के-यहूदाह और यरूशलम की गलियों में सरज़द हुई हैं?
लेकिन रब इस क़ौम के बारे में फ़रमाता है, “यह लोग आवारा फिरने के शौक़ीन हैं, यह अपने पाँवों को रोक ही नहीं सकते। मैं उनसे नाख़ुश हूँ। अब मुझे उनके ग़लत काम याद रहेंगे, अब मैं उनके गुनाहों की सज़ा दूँगा।”
ऐ यहूदाह, तेरे देवता तेरे शहरों जैसे बेशुमार हो गए हैं। शर्मनाक देवता बाल के लिए बख़ूर जलाने की इतनी क़ुरबानगाहें खड़ी की गई हैं जितनी यरूशलम में गलियाँ होती हैं।
लेकिन वह ख़याल नहीं करते कि मुझे उनकी तमाम बुरी हरकतों की याद रहती है। वह नहीं समझते कि अब वह अपने ग़लत कामों से घिरे रहते हैं, कि यह गुनाह हर वक़्त मुझे नज़र आते हैं।
तब बेवा इलियास से शिकायत करने लगी, “मर्दे-ख़ुदा, मेरा आपके साथ क्या वास्ता? आप तो सिर्फ़ इस मक़सद से यहाँ आए हैं कि रब को मेरे गुनाह की याद दिलाकर मेरे बेटे को मार डालें!”
अब वक़्त आ गया है कि तू उन पर हमला करे। सब कुछ तबाह करके मेरे हवाले कर दे। कुछ भी बचने न दे, बल्कि तमाम मर्दों, औरतों, बच्चों शीरख़ारों समेत, गाय-बैलों, भेड़-बकरियों, ऊँटों और गधों को मौत के घाट उतार दे।’”
क्योंकि इसराईल और यहूदाह के बाशिंदों ने अपनी बुरी हरकतों से मुझे तैश दिलाया है, ख़ाह बादशाह हो या मुलाज़िम, ख़ाह इमाम हो या नबी, ख़ाह यहूदाह हो या यरूशलम।