Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




یرمیاہ 42:1 - किताबे-मुक़द्दस

1 यूहनान बिन क़रीह, यज़नियाह बिन हूसायाह और दीगर फ़ौजी अफ़सर बाक़ी तमाम लोगों के साथ छोटे से लेकर बड़े तक

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

1 تَب تمام فَوجی افسر اَور یوحانانؔ بِن قاریحؔ اَور عزریاہؔ بِن ہوشعیاہؔ اَور ادنیٰ سے لے کر اعلیٰ تک سبھی لوگ

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

1 تب سب فَوجی سردار اور یُوحناؔن بِن قرِیح اور یزنیاؔہ بِن ہُوسعیاؔہ اور ادنیٰ و اعلیٰ سب لوگ آئے۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

1 یوحنان بن قریح، یزنیاہ بن ہوسعیاہ اور دیگر فوجی افسر باقی تمام لوگوں کے ساتھ چھوٹے سے لے کر بڑے تک

باب دیکھیں کاپی




یرمیاہ 42:1
25 حوالہ جات  

लेकिन यूहनान बिन क़रीह और उसके साथी अफ़सरों को इत्तला दी गई कि इसमाईल से क्या जुर्म हुआ है।


एक दिन यूहनान बिन क़रीह और वह तमाम फ़ौजी अफ़सर जो अब तक देहात में ठहरे हुए थे जिदलियाह से मिलने आए।


“छोटे से लेकर बड़े तक सब ग़लत नफ़ा के पीछे पड़े हैं, नबी से लेकर इमाम तक सब धोकेबाज़ हैं।


मैं यहूदाह के उस बचे हुए हिस्से को सफ़हाए-हस्ती से मिटा दूँगा जो मिसर में जाकर पनाह लेने पर तुला हुआ था। सब मिसर में हलाक हो जाएंगे, ख़ाह तलवार से, ख़ाह काल से। छोटे से लेकर बड़े तक सबके सब तलवार या काल की ज़द में आकर मर जाएंगे। उन्हें देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे, और वह दूसरों की लान-तान और हिक़ारत का निशाना बनेंगे। लानत करनेवाला अपने दुश्मनों के लिए उन्हीं का-सा अंजाम चाहेगा।


उसने यूहनान, उसके साथी अफ़सरों और बाक़ी तमाम लोगों को छोटे से लेकर बड़े तक अपने पास बुलाकर


तो वह मिसफ़ाह में जिदलियाह के पास आए। अफ़सरों के नाम इसमाईल बिन नतनियाह, क़रीह के बेटे यूहनान और यूनतन, सिरायाह बिन तनहूमत, ईफी नतूफ़ाती के बेटे और याज़नियाह बिन माकाती थे। उनके फ़ौजी भी साथ आए।


इसलिए सब लोग छोटे से लेकर बड़े तक उस पर ख़ास तवज्जुह देते थे। उनका कहना था, ‘यह आदमी वह इलाही क़ुव्वत है जो अज़ीम कहलाती है।’


इसलिए मैं उनकी बीवियों को परदेसियों के हवाले कर दूँगा और उनके खेतों को ऐसे लोगों के सुपुर्द जो उन्हें निकाल देंगे। क्योंकि छोटे से लेकर बड़े तक सबके सब नाजायज़ नफ़ा के पीछे पड़े हैं, नबियों से लेकर इमामों तक सब धोकेबाज़ हैं।


‘यह क़ौम अपने होंटों से तो मेरा एहतराम करती है लेकिन उसका दिल मुझसे दूर है।


लेकिन गो इन लोगों के हुजूम आकर तेरे पैग़ामात सुनने के लिए तेरे सामने बैठ जाते हैं तो भी वह उन पर अमल नहीं करते। क्योंकि उनकी ज़बान पर इश्क़ के ही गीत हैं। उन्हीं पर वह अमल करते हैं, जबकि उनका दिल नारवा नफ़ा के पीछे पड़ा रहता है।


तब रूह मुझे उठाकर रब के घर के मशरिक़ी दरवाज़े के पास ले गया। वहाँ दरवाज़े पर 25 मर्द खड़े थे। मैंने देखा कि क़ौम के दो बुज़ुर्ग याज़नियाह बिन अज़्ज़ूर और फ़लतियाह बिन बिनायाह भी उनमें शामिल हैं।


इसराईली क़ौम के 70 बुज़ुर्ग बख़ूरदान पकड़े उनके सामने खड़े थे। बख़ूरदानों में से बख़ूर का ख़ुशबूदार धुआँ उठ रहा था। याज़नियाह बिन साफ़न भी बुज़ुर्गों में शामिल था।


आपने अपने आपको सख़्त धोका दिया है। क्योंकि आप ही ने मुझे रब अपने ख़ुदा के पास भेजकर कहा, ‘रब हमारे ख़ुदा से हमारे लिए दुआ करें। जो भी वह फ़रमाए वह हमें बताएँ तो हम उस पर अमल करेंगे।’


यों मिसफ़ाह के बचे हुए तमाम लोग जिबऊन में यूहनान और उसके साथी अफ़सरों के ज़ेरे-निगरानी आए। उनमें वह तमाम फ़ौजी, ख़वातीन, बच्चे और दरबारी शामिल थे जिन्हें इसमाईल ने जिदलियाह को क़त्ल करने के बाद क़ैदी बनाया था।


ऐ याक़ूब के घराने, सुनो! तुम जो इसराईल कहलाते और यहूदाह के क़बीले के हो, ध्यान दो! तुम जो रब के नाम की क़सम खाकर इसराईल के ख़ुदा को याद करते हो, अगरचे तुम्हारी बात न सच्चाई, न इनसाफ़ पर मबनी है, ग़ौर करो!


रब फ़रमाता है, “यह क़ौम मेरे हुज़ूर आकर अपनी ज़बान और होंटों से तो मेरा एहतराम करती है, लेकिन उसका दिल मुझसे दूर है। उनकी ख़ुदातरसी सिर्फ़ इनसान ही के रटे-रटाए अहकाम पर मबनी है।


जब फ़ौज के बचे हुए अफ़सरों और उनके दस्तों को ख़बर मिली कि जिदलियाह को गवर्नर मुक़र्रर किया गया है तो वह मिसफ़ाह में उसके पास आए। अफ़सरों के नाम इसमाईल बिन नतनियाह, यूहनान बिन क़रीह, सिरायाह बिन तनहूमत नतूफ़ाती और याज़नियाह बिन माकाती थे। उनके फ़ौजी भी साथ आए।


एक दिन सिदक़ियाह बादशाह ने यहूकल बिन सलमियाह और इमाम सफ़नियाह बिन मासियाह को यरमियाह के पास भेजा ताकि वह गुज़ारिश करें, “मेहरबानी करके रब हमारे ख़ुदा से हमारी शफ़ाअत करें।”


क्योंकि वह बाबल के इंतक़ाम से डरते थे, इसलिए कि जिदलियाह बिन अख़ीक़ाम को क़त्ल करने से इसमाईल बिन नतनियाह ने उस आदमी को मौत के घाट उतारा था जिसे शाहे-बाबल ने यहूदाह का गवर्नर मुक़र्रर किया था।


फिर अज़रियाह बिन हूसायाह, यूहनान बिन अख़ीक़ाम और तमाम बदतमीज़ आदमी बोल उठे, “तुम झूट बोल रहे हो! रब हमारे ख़ुदा ने तुम्हें यह सुनाने को नहीं भेजा कि मिसर को न जाओ, न वहाँ आबाद हो जाओ।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات