یرمیاہ 17:23 - किताबे-मुक़द्दस23 लेकिन उन्होंने मेरी न सुनी, न तवज्जुह दी बल्कि अपने मौक़िफ़ पर अड़े रहे और न मेरी सुनी, न मेरी तरबियत क़बूल की। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ23 پھر بھی اُنہُوں نے نہ تو سُنا اَور نہ فرمانبردار ہُوئے؛ بَلکہ ضِدّی ہو گئے تاکہ نہ سُنیں اَور نہ تربّیت پائیں۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس23 لیکن اُنہوں نے نہ سُنا نہ کان لگایا بلکہ اپنی گردن کو سخت کِیا کہ شِنوا نہ ہوں اور تربِیّت نہ پائیں۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن23 لیکن اُنہوں نے میری نہ سنی، نہ توجہ دی بلکہ اپنے موقف پر اَڑے رہے اور نہ میری سنی، نہ میری تربیت قبول کی۔ باب دیکھیں |
लेकिन यह बच्चे भी मुझसे बाग़ी हुए। न उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी गुज़ारी, न एहतियात से मेरे अहकाम पर अमल किया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने मेरे सबत के दिनों की भी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ुस्सा उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में तबाह करना चाहता था।
लेकिन रेगिस्तान में भी इसराईली मुझसे बाग़ी हुए। उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी न गुज़ारी बल्कि मेरे अहकाम को मुस्तरद कर दिया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने सबत की भी बड़ी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ज़ब उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में हलाक करना चाहता था।
बार बार मैं अपने नबियों को तुम्हारे पास भेजता रहा ताकि मेरे ख़ादिम तुम्हें आगाह करते रहें कि हर एक अपनी बुरी राह तर्क करके वापस आए! अपना चाल-चलन दुरुस्त करो और अजनबी माबूदों की पैरवी करके उनकी ख़िदमत मत करो! फिर तुम उस मुल्क में रहोगे जो मैंने तुम्हें और तुम्हारे बापदादा को बख़्श दिया था। लेकिन तुमने न तवज्जुह दी, न मेरी सुनी।