پیدایش 15:1 - किताबे-मुक़द्दस1 इसके बाद रब रोया में अब्राम से हमकलाम हुआ, “अब्राम, मत डर। मैं ही तेरी सिपर हूँ, मैं ही तेरा बहुत बड़ा अज्र हूँ।” باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ1 اُس کے بعد یَاہوِہ کا یہ کلام رُویا میں اَبرامؔ پر نازل ہُوا: ”اَے اَبرامؔ! خوف نہ کر، مَیں تمہاری سِپر ہُوں اَور تمہارا اجر بہت بڑا ہوگا۔“ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس1 اِن باتوں کے بعد خُداوند کا کلام رویا میں ابرامؔ پر نازِل ہُؤا اور اُس نے فرمایا اَے ابرامؔ تُو مت ڈر۔ مَیں تیری سِپر اور تیرا بُہت بڑا اجر ہُوں۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن1 اِس کے بعد رب رویا میں ابرام سے ہم کلام ہوا، ”ابرام، مت ڈر۔ مَیں ہی تیری سپر ہوں، مَیں ہی تیرا بہت بڑا اجر ہوں۔“ باب دیکھیں |
साऊल ने कहा, “ठीक है, चलें।” वह शहर की तरफ़ चल पड़े ताकि मर्दे-ख़ुदा से बात करें। जब पहाड़ी ढलान पर शहर की तरफ़ चढ़ रहे थे तो कुछ लड़कियाँ पानी भरने के लिए निकलीं। आदमियों ने उनसे पूछा, “क्या ग़ैबबीन शहर में है?” (पुराने ज़माने में नबी ग़ैबबीन कहलाता था। अगर कोई अल्लाह से कुछ मालूम करना चाहता तो कहता, “आओ, हम ग़ैबबीन के पास चलें।”)
जब मैं यानी इमाम हिज़क़ियेल बिन बूज़ी तीस साल का था तो मैं यहूदाह के जिलावतनों के साथ मुल्के-बाबल के दरिया किबार के किनारे ठहरा हुआ था। यहूयाकीन बादशाह को जिलावतन हुए पाँच साल हो गए थे। चौथे महीने के पाँचवें दिन आसमान खुल गया और अल्लाह ने मुझ पर मुख़्तलिफ़ रोयाएँ ज़ाहिर कीं। उस वक़्त रब मुझसे हमकलाम हुआ, और उसका हाथ मुझ पर आ ठहरा।