گلتیوں 3:12 - किताबे-मुक़द्दस12 ईमान की यह राह शरीअत की राह से बिलकुल फ़रक़ है जो कहती है, “जो यों करेगा वह जीता रहेगा।” باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ12 تو بھی شَریعت ایمان پر مَبنی نہیں ہے؛ بَلکہ اِس کے برعکس کِتاب مُقدّس بَیان کرتی ہے، ”جو شخص شَریعت پر عَمل کرتا ہے وہ شَریعت کی وجہ سے زندہ رہے گا۔“ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس12 اور شرِیعت کو اِیمان سے کُچھ واسطہ نہیں بلکہ لِکھا ہے کہ جِس نے اِن پر عمل کِیا وہ اِن کے سبب سے جِیتا رہے گا۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن12 ایمان کی یہ راہ شریعت کی راہ سے بالکل فرق ہے جو کہتی ہے، ”جو یوں کرے گا وہ جیتا رہے گا۔“ باب دیکھیں |
तू उन्हें समझाता रहा ताकि वह दुबारा तेरी शरीअत की तरफ़ रुजू करें, लेकिन वह मग़रूर थे और तेरे अहकाम के ताबे न हुए। उन्होंने तेरी हिदायात की ख़िलाफ़वरज़ी की, हालाँकि इन्हीं पर चलने से इनसान को ज़िंदगी हासिल होती है। लेकिन उन्होंने परवा न की बल्कि अपना मुँह तुझसे फेरकर अड़ गए और सुनने के लिए तैयार न हुए।
लेकिन रेगिस्तान में भी इसराईली मुझसे बाग़ी हुए। उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी न गुज़ारी बल्कि मेरे अहकाम को मुस्तरद कर दिया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने सबत की भी बड़ी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ज़ब उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में हलाक करना चाहता था।