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استیر 2:5 - किताबे-मुक़द्दस

5 उस वक़्त सोसन के क़िले में बिनयमीन के क़बीले का एक यहूदी रहता था जिसका नाम मर्दकी बिन याईर बिन सिमई बिन क़ीस था।

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اُردو ہم عصر ترجُمہ

5 شُوشنؔ کے قلعہ میں بِنیامین قبیلہ کا ایک یہُودی تھا جِس کا نام مردکیؔ بِن یائیرؔ بِن شِمعیؔ بِن قیشؔ تھا

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کِتابِ مُقادّس

5 اور قصرِ سوسن میں ایک یہُودی تھا جِس کا نام مردؔکَی تھا جو یائیر بِن سمِعی بِن قِیس کا بیٹا تھا جو بِنیمِینی تھا۔

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ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

5 اُس وقت سوسن کے قلعے میں بن یمین کے قبیلے کا ایک یہودی رہتا تھا جس کا نام مردکی بن یائیر بن سِمعی بن قیس تھا۔

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استیر 2:5
10 حوالہ جات  

मर्दकी बादशाह के बाद सलतनत का सबसे आला अफ़सर था। यहूदियों में वह मुअज़्ज़ज़ था, और वह उस की बड़ी क़दर करते थे, क्योंकि वह अपनी क़ौम की बहबूदी का तालिब रहता और तमाम यहूदियों के हक़ में बात करता था।


तीसरे दिन आस्तर मलिका अपना शाही लिबास पहने हुए महल के अंदरूनी सहन में दाख़िल हुई। यह सहन उस हाल के सामने था जिसमें तख़्त लगा था। उस वक़्त बादशाह दरवाज़े के मुक़ाबिल अपने तख़्त पर बैठा था।


बादशाह अपनी सलतनत के हर सूबे में अफ़सर मुक़र्रर करें जो यह ख़ूबसूरत कुँवारियाँ चुनकर सोसन के क़िले के ज़नानख़ाने में लाएँ। उन्हें ज़नानख़ाने के इंचार्ज हैजा ख़्वाजासरा की निगरानी में दे दिया जाए और उनकी ख़ूबसूरती बढ़ाने के लिए रंग निखारने का हर ज़रूरी तरीक़ा इस्तेमाल किया जाए।


जिन वाक़ियात का ज़िक्र है वह उस वक़्त हुए जब वह सोसन शहर के क़िले से हुकूमत करता था।


जब दाऊद बादशाह बहूरीम के क़रीब पहुँचा तो एक आदमी वहाँ से निकलकर उस पर लानतें भेजने लगा। आदमी का नाम सिमई बिन जीरा था, और वह साऊल का रिश्तेदार था।


बिनयमीन के क़बायली इलाक़े में एक बिनयमीनी बनाम क़ीस रहता था जिसका अच्छा-ख़ासा असरो-रसूख़ था। बाप का नाम अबियेल बिन सरोर बिन बकोरत बिन अफ़ीख़ था।


फिर जो लड़की बादशाह को सबसे ज़्यादा पसंद आए वह वशती की जगह मलिका बन जाए।” यह मनसूबा बादशाह को अच्छा लगा, और उसने ऐसा ही किया।


तब यहूयाकीन ने शिकस्त मानकर अपने आपको अपनी माँ, मुलाज़िमों, अफ़सरों और दरबारियों समेत बाबल के बादशाह के हवाले कर दिया। बादशाह ने उसे गिरिफ़्तार कर लिया। यह नबूकदनज़्ज़र की हुकूमत के आठवें साल में हुआ।


नबूकदनज़्ज़र यहूयाकीन को भी क़ैदी बनाकर बाबल ले गया और उस की माँ, बीवियों, दरबारियों और मुल्क के तमाम असरो-रसूख़ रखनेवालों को भी।


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