Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




واعظ 4:8 - किताबे-मुक़द्दस

8 एक आदमी अकेला ही था। न उसके बेटा था, न भाई। वह बेहद मेहनत-मशक़्क़त करता रहा, लेकिन उस की आँखें कभी अपनी दौलत से मुतमइन न थीं। सवाल यह रहा, “मैं इतनी सिर-तोड़ कोशिश किसके लिए कर रहा हूँ? मैं अपनी जान को ज़िंदगी के मज़े लेने से क्यों महरूम रख रहा हूँ?” यह भी बातिल और ना-गवार मामला है।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

8 ایک آدمی بالکُل تنہا تھا؛ اُس کا نہ تو کویٔی بیٹا اَور نہ ہی کویٔی بھایٔی تھا۔ اُس کی محنت و مشقّت کی کویٔی اِنتہا نہ تھی، پھر بھی اُس کی آنکھیں اُس کی دولت سے مطمئن نہ تھیں۔ اُس نے پُوچھا، ”میں کس کے لیٔے محنت و مشقّت کر رہا ہُوں، اَور مَیں کیوں اَپنے آپ کو عیش و عشرت سے محروم رکھے ہُوئے ہُوں؟“ یہ بھی باطِل ہے۔ اَور بڑے دُکھ کی بات ہے!

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

8 کوئی اکیلا ہے اور اُس کے ساتھ کوئی دُوسرا نہیں۔ اُس کے نہ بیٹا ہے نہ بھائی تَو بھی اُس کی ساری مِحنت کی اِنتہا نہیں اور اُس کی آنکھ دَولت سے سیر نہیں ہوتی۔ وہ کہتا ہے مَیں کِس کے لِئے مِحنت کرتا اور اپنی جان کو عَیش سے محرُوم رکھتا ہُوں؟ یہ بھی بُطلان ہے ہاں یہ سخت دُکھ ہے۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

8 ایک آدمی اکیلا ہی تھا۔ نہ اُس کے بیٹا تھا، نہ بھائی۔ وہ بےحد محنت مشقت کرتا رہا، لیکن اُس کی آنکھیں کبھی اپنی دولت سے مطمئن نہ تھیں۔ سوال یہ رہا، ”مَیں اِتنی سرتوڑ کوشش کس کے لئے کر رہا ہوں؟ مَیں اپنی جان کو زندگی کے مزے لینے سے کیوں محروم رکھ رہا ہوں؟“ یہ بھی باطل اور ناگوار معاملہ ہے۔

باب دیکھیں کاپی




واعظ 4:8
21 حوالہ جات  

क्योंकि जो भी चीज़ दुनिया में है वह बाप की तरफ़ से नहीं बल्कि दुनिया की तरफ़ से है, ख़ाह वह जिस्म की बुरी ख़ाहिशात, आँखों का लालच या अपनी मिलकियत पर फ़ख़र हो।


न मौत और न पाताल कभी सेर होते हैं, न इनसान की आँखें।


लेकिन अल्लाह ने उससे कहा, ‘अहमक़! इसी रात तू मर जाएगा। तो फिर जो चीज़ें तूने जमा की हैं वह किसकी होंगी?’


इनसान बातें करते करते थक जाता है और सहीह तौर से कुछ बयान नहीं कर सकता। आँख कभी इतना नहीं देखती कि कहे, “अब बस करो, काफ़ी है।” कान कभी इतना नहीं सुनता कि और न सुनना चाहे।


ऐ थकेमाँदे और बोझ तले दबे हुए लोगो, सब मेरे पास आओ! मैं तुमको आराम दूँगा।


मैंने अपनी पूरी ज़हनी ताक़त इस पर लगाई कि जो कुछ आसमान तले किया जाता है उस की हिकमत के ज़रीए तफ़तीशो-तहक़ीक़ करूँ। यह काम ना-गवार है गो अल्लाह ने ख़ुद इनसान को इसमें मेहनत-मशक़्क़त करने की ज़िम्मादारी दी है।


तुम पर अफ़सोस जो यके बाद दीगरे घरों और खेतों को अपनाते जा रहे हो। आख़िरकार दीगर तमाम लोगों को निकलना पड़ेगा और तुम मुल्क में अकेले ही रहोगे।


जिसे पैसे प्यारे हों वह कभी मुतमइन नहीं होगा, ख़ाह उसके पास कितने ही पैसे क्यों न हों। जो ज़रदोस्त हो वह कभी आसूदा नहीं होगा, ख़ाह उसके पास कितनी ही दौलत क्यों न हो। यह भी बातिल ही है।


जब वह इधर-उधर घूमे फिरे तो साया ही है। उसका शोर-शराबा बातिल है, और गो वह दौलत जमा करने में मसरूफ़ रहे तो भी उसे मालूम नहीं कि बाद में किसके क़ब्ज़े में आएगी।”


रब ख़ुदा ने कहा, “अच्छा नहीं कि आदमी अकेला रहे। मैं उसके लिए एक मुनासिब मददगार बनाता हूँ।”


उस पर पैसे क्यों ख़र्च करते हो जो रोटी नहीं है? जो सेर नहीं करता उसके लिए मेहनत-मशक़्क़त क्यों करते हो? सुनो, सुनो मेरी बात! फिर तुम अच्छी ख़ुराक खाओगे, बेहतरीन खाने से लुत्फ़अंदोज़ होगे।


उसके तमाम दिन दुख और रंजीदगी से भरे रहते हैं, रात को भी उसका दिल आराम नहीं पाता। यह भी बातिल ही है।


क्योंकि ख़ाह इनसान अपना काम हिकमत, इल्म और महारत से क्यों न करे, आख़िरकार उसे सब कुछ किसी के लिए छोड़ना है जिसने उसके लिए एक उँगली भी नहीं हिलाई। यह भी बातिल और बड़ी मुसीबत है।


मैंने सूरज तले मज़ीद कुछ देखा जो बातिल है।


चुनाँचे ऐ रब, मैं किसके इंतज़ार में रहूँ? तू ही मेरी वाहिद उम्मीद है!


चुनाँचे मुल्क के लिए हर लिहाज़ से फ़ायदा इसमें है कि ऐसा बादशाह उस पर हुकूमत करे जो काश्तकारी की फ़िकर करता है।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات