استثنا 27:15 - किताबे-मुक़द्दस15 ‘उस पर लानत जो बुत तराशकर या ढालकर चुपके से खड़ा करे। रब को कारीगर के हाथों से बनी हुई ऐसी चीज़ से घिन है।’ जवाब में सब लोग कहें, ‘आमीन!’ باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ15 ”لعنت ہے اُس آدمی پرجو اَپنی صنعت کاری سے اَیسی بُت تراشے یا بُت ڈھالے جو یَاہوِہ کی نظر میں مکرُوہ ہے اَور اُسے کسی پوشیدہ جگہ میں نصب کرے۔“ تَب ساری جماعت جَواب میں کہے، ”آمین!“ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس15 لَعنت اُس آدمی پر جو کارِیگری کی صنعت کی طرح کھودی ہُوئی یا ڈھالی ہُوئی مُورت بنا کر جو خُداوند کے نزدِیک مکرُوہ ہے اُس کو کِسی پوشِیدہ جگہ میں نصب کرے اور سب لوگ جواب دیں اور کہیں آمِین۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن15 ’اُس پر لعنت جو بُت تراش کر یا ڈھال کر چپکے سے کھڑا کرے۔ رب کو کاری گر کے ہاتھوں سے بنی ہوئی ایسی چیز سے گھن ہے۔‘ جواب میں سب لوگ کہیں، ’آمین!‘ باب دیکھیں |
गुज़ारिश है कि मेरा आक़ा और बादशाह अपने ख़ादिम की बात सुने। अगर रब ने आपको मेरे ख़िलाफ़ उकसाया हो तो वह मेरी ग़ल्ला की नज़र क़बूल करे। लेकिन अगर इनसान इसके पीछे हैं तो रब के सामने उन पर लानत! अपनी हरकतों से उन्होंने मुझे मेरी मौरूसी ज़मीन से निकाल दिया है और नतीजे में मैं रब की क़ौम में नहीं रह सकता। हक़ीक़त में वह कह रहे हैं, ‘जाओ, दीगर माबूदों की पूजा करो!’
उन्हें बता, ‘रब क़ादिरे-मुतलक़ फ़रमाता है, यह लोग अपने बुतों से लिपटे रहते और वह चीज़ें अपने मुँह के सामने रखते हैं जो ठोकर और गुनाह का बाइस हैं। साथ साथ यह नबी के पास भी जाते हैं ताकि मुझसे मालूमात हासिल करें। जो भी इसराईली ऐसा करे उसे मैं ख़ुद जो रब हूँ जवाब दूँगा, ऐसा जवाब जो उसके मुतअद्दिद बुतों के ऐन मुताबिक़ होगा।