استثنا 23:6 - किताबे-मुक़द्दस6 उम्र-भर कुछ न करना जिससे इन क़ौमों की सलामती और ख़ुशहाली बढ़ जाए। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ6 تُم زندگی بھر اُن کے ساتھ دوستی کا عہد مت کرنا۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس6 تُو اپنی زِندگی بھر کبھی اُن کی سلامتی یا سعادت کا خواہاں نہ ہونا۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن6 عمر بھر کچھ نہ کرنا جس سے اِن قوموں کی سلامتی اور خوش حالی بڑھ جائے۔ باب دیکھیں |
उसने मोआबियों पर भी फ़तह पाई। मोआबी क़ैदियों की क़तार बनाकर उसने उन्हें ज़मीन पर लिटा दिया। फिर रस्सी का टुकड़ा लेकर उसने क़तार का नाप लिया। जितने लोग रस्सी की लंबाई में आ गए वह एक गुरोह बन गए। यों दाऊद ने लोगों को गुरोहों में तक़सीम किया। फिर उसने गुरोहों के तीन हिस्से बनाकर दो हिस्सों के सर क़लम किए और एक हिस्से को ज़िंदा छोड़ दिया। लेकिन जितने क़ैदी छूट गए वह दाऊद के ताबे रहकर उसे ख़राज देते रहे।
ऐ मेरी क़ौम, वह वक़्त याद कर जब मोआब के बादशाह बलक़ ने बिलाम बिन बओर को बुलाया ताकि तुझ पर लानत भेजे। लानत की बजाए उसने तुझे बरकत दी! वह सफ़र भी याद कर जब तू शित्तीम से रवाना होकर जिलजाल पहुँची। अगर तू इन तमाम बातों पर ग़ौर करे तो जान लेगी कि रब ने कितनी वफ़ादारी और इनसाफ़ से तेरे साथ सुलूक किया है।”