उन दिनों में अदूनियाह बादशाह बनने की साज़िश करने लगा। वह दाऊद की बीवी हज्जीत का बेटा था। यों वह अबीसलूम का सौतेला भाई और उसके मरने पर दाऊद का सबसे बड़ा बेटा था। शक्लो-सूरत के लिहाज़ से लोग उस की बड़ी तारीफ़ किया करते थे, और बचपन से उसके बाप ने उसे कभी नहीं डाँटा था कि तू क्या कर रहा है। अब अदूनियाह अपने आपको लोगों के सामने पेश करके एलान करने लगा, “मैं ही बादशाह बनूँगा।” इस मक़सद के तहत उसने अपने लिए रथ और घोड़े ख़रीदकर 50 आदमियों को रख लिया ताकि वह जहाँ भी जाए उसके आगे आगे चलते रहें।
