अब तक पीतल के सतून, पीतल का हौज़ बनाम समुंदर, पानी के बासन उठानेवाली हथगाड़ियाँ और इस शहर का बाक़ी बचा हुआ सामान यहीं मौजूद है। नबूकदनज़्ज़र ने इन्हें उस वक़्त अपने साथ नहीं लिया था जब वह यहूदाह के बादशाह यहूयाकीन बिन यहूयक़ीम को यरूशलम और यहूदाह के तमाम शुरफ़ा समेत जिलावतन करके मुल्के-बाबल ले गया था। लेकिन रब्बुल-अफ़वाज जो इसराईल का ख़ुदा है इन चीज़ों के बारे में फ़रमाता है कि जितनी भी क़ीमती चीज़ें अब तक रब के घर, शाही महल या यरूशलम में कहीं और बच गई हैं वह भी मुल्के-बाबल में पहुँचाई जाएँगी। वहीं वह उस वक़्त तक रहेंगी जब तक मैं उन पर नज़र डालकर उन्हें इस जगह वापस न लाऊँ।’ यह रब का फ़रमान है।”
