Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




۲-سلاطین 24:17 - किताबे-मुक़द्दस

17 यरूशलम में बाबल के बादशाह ने यहूयाकीन की जगह उसके चचा मत्तनियाह को तख़्त पर बिठाकर उसका नाम सिदक़ियाह में बदल दिया।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

17 اُس شاہِ بابیل نے یہُویاکینؔ کے چچا متّنیاہؔ کو اُس کی جگہ بادشاہ بنا دیا اَور اُس کا نام بدل کر صِدقیاہؔ رکھ دیا۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

17 اور شاہِ بابل نے اُس کے باپ کے بھائی متّنیاؔہ کو اُس کی جگہ بادشاہ بنایا اور اُس کا نام بدل کر صِدقیاہ رکھّا۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

17 یروشلم میں بابل کے بادشاہ نے یہویاکین کی جگہ اُس کے چچا متنیاہ کو تخت پر بٹھا کر اُس کا نام صِدقیاہ میں بدل دیا۔

باب دیکھیں کاپی




۲-سلاطین 24:17
13 حوالہ جات  

यहूदाह के बादशाह यहूयाकीन बिन यहूयक़ीम को तख़्त से उतारने के बाद शाहे-बाबल नबूकदनज़्ज़र ने सिदक़ियाह बिन यूसियाह को तख़्त पर बिठा दिया।


मिसर के बादशाह ने यहुआख़ज़ के सगे भाई इलियाक़ीम को यहूदाह और यरूशलम का नया बादशाह बनाकर उसका नाम यहूयक़ीम में बदल दिया। यहुआख़ज़ को वह क़ैद करके अपने साथ मिसर ले गया।


यहुआख़ज़ की जगह फ़िरौन ने यूसियाह के एक और बेटे को तख़्त पर बिठाया। उसके नाम इलियाक़ीम को उसने यहूयक़ीम में बदल दिया। यहुआख़ज़ को वह अपने साथ मिसर ले गया जहाँ वह बाद में मरा भी।


सिदक़ियाह 21 साल की उम्र में बादशाह बना, और यरूशलम में उस की हुकूमत का दौरानिया 11 साल था। उस की माँ हमूतल बिंत यरमियाह लिबना शहर की रहनेवाली थी।


और यरमियाह को यह पैग़ामात यहूयक़ीम बिन यूसियाह के दौरे-हुकूमत से लेकर सिदक़ियाह बिन यूसियाह की हुकूमत के 11वें साल के पाँचवें महीने तक मिलते रहे। उस वक़्त यरूशलम के बाशिंदों को जिलावतन कर दिया गया।


एक दिन सिदक़ियाह बादशाह ने फ़शहूर बिन मलकियाह और मासियाह के बेटे सफ़नियाह इमाम को यरमियाह के पास भेज दिया। उसके पास पहुँचकर उन्होंने कहा,


शाहे-यहूदाह सिदक़ियाह की हुकूमत के इब्तिदाई दिनों में रब यरमियाह नबी से हमकलाम हुआ। पैग़ाम ऐलाम के मुताल्लिक़ था।


उसने यहूदाह के शाही ख़ानदान में से एक को चुन लिया और उसके साथ अहद बाँधकर उसे तख़्त पर बिठा दिया। नए बादशाह ने बाबल से वफ़ादार रहने की क़सम खाई। बाबल के बादशाह ने यहूदाह के राहनुमाओं को भी जिलावतन कर दिया


रब क़ादिरे-मुतलक़ फ़रमाता है कि मेरी हयात की क़सम, उस शख़्स ने क़सम के तहत शाहे-बाबल से अहद बाँधा है, लेकिन अब उसने यह क़सम हक़ीर जानकर अहद को तोड़ डाला है। इसलिए वह बाबल में वफ़ात पाएगा, उस बादशाह के मुल्क में जिसने उसे तख़्त पर बिठाया था।


तब बाबल के मर्द उसके पास आए और उससे हमबिसतर हुए। अपनी ज़िनाकारी से उन्होंने उसे नापाक कर दिया। लेकिन उनसे नापाक होने के बाद उसने तंग आकर अपना मुँह उनसे फेर लिया।


दरबार के आला अफ़सर ने उनके नए नाम रखे। दानियाल बेल्तशज़्ज़र में बदल गया, हननियाह सद्रक में, मीसाएल मीसक में और अज़रियाह अबद-नजू में।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات