۲-سلاطین 21:15 - किताबे-मुक़द्दस15 और वजह यही होगी कि उनसे ऐसी हरकतें सरज़द हुई हैं जो मुझे नापसंद हैं। उस दिन से लेकर जब उनके बापदादा मिसर से निकल आए आज तक वह मुझे तैश दिलाते रहे हैं’।” باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ15 کیونکہ اُنہُوں نے وُہی کیا ہے جو میری نظر میں بُرا ہے، اَور اَیسا کرکے اُنہُوں نے میرے قہر شدید کو بھڑکا دیا ہے، اَیسی حرکت وہ جَب سے اُن کے آباؤاَجداد مِصر سے نکلے ہیں تَب سے لے کر آج کے دِن تک کرتے آ رہے ہیں۔“ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس15 کیونکہ جب سے اُن کے باپ دادا مِصرؔ سے نِکلے اُس دِن سے آج تک وہ میرے آگے بدی کرتے اور مُجھے غُصّہ دِلاتے رہے۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن15 اور وجہ یہی ہو گی کہ اُن سے ایسی حرکتیں سرزد ہوئی ہیں جو مجھے ناپسند ہیں۔ اُس دن سے لے کر جب اُن کے باپ دادا مصر سے نکل آئے آج تک وہ مجھے طیش دلاتے رہے ہیں‘۔“ باب دیکھیں |
लेकिन यह बच्चे भी मुझसे बाग़ी हुए। न उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी गुज़ारी, न एहतियात से मेरे अहकाम पर अमल किया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने मेरे सबत के दिनों की भी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ुस्सा उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में तबाह करना चाहता था।
लेकिन रेगिस्तान में भी इसराईली मुझसे बाग़ी हुए। उन्होंने मेरी हिदायात के मुताबिक़ ज़िंदगी न गुज़ारी बल्कि मेरे अहकाम को मुस्तरद कर दिया, हालाँकि इनसान उनकी पैरवी करने से ही जीता रहता है। उन्होंने सबत की भी बड़ी बेहुरमती की। यह देखकर मैं अपना ग़ज़ब उन पर नाज़िल करके उन्हें वहीं रेगिस्तान में हलाक करना चाहता था।