1 ईद के बाद जमात के तमाम इसराईलियों ने यहूदाह के शहरों में जाकर पत्थर के बुतों को टुकड़े टुकड़े कर दिया, यसीरत देवी के खंबों को काट डाला, ऊँची जगहों के मंदिरों को ढा दिया और ग़लत क़ुरबानगाहों को ख़त्म कर दिया। जब तक उन्होंने यह काम यहूदाह, बिनयमीन, इफ़राईम और मनस्सी के पूरे इलाक़ों में तकमील तक नहीं पहुँचाया था उन्होंने आराम न किया। इसके बाद वह सब अपने अपने शहरों और घरों को चले गए।
1 اِس تقریب کے خاتِمہ پر تمام بنی اِسرائیل جو وہاں حاضِر تھے، یہُودیؔہ کے شہروں میں گیٔے اَور بُتوں کے مُقدّس سُتونوں کو ٹکڑے ٹکڑے کر دیا اَور اشیراہؔ کے لکڑی کے سُتونوں کو کاٹ ڈالا۔ اُنہُوں نے بنی یہُوداہؔ، بِنیامین، اِفرائیمؔ اَور منشّہ میں ہر جگہ کے بُلند مقامات اَور مذبحوں کو تباہ کر دیا اَور کسی کو سالِم نہ چھوڑا۔ اِس کے بعد تمام بنی اِسرائیل اَپنے شہروں میں اَپنی اَپنی مِلکیّت میں واپس چلےگئے۔
1 جب یہ ہو چُکا تو سب اِسرائیلی جو حاضِر تھے یہُوداؔہ کے شہروں میں گئے اور سارے یہُوداؔہ اور بِنیمِین کے بلکہ اِفرائِیم اور منسّی کے بھی سُتُونوں کو ٹُکڑے ٹُکڑے کِیا اور یسِیرتوں کو کاٹ ڈالا اور اُونچے مقاموں اور مذبحوں کو ڈھا دِیا یہاں تک کہ اُن سبھوں کو نابُود کر دِیا۔ تب سب بنی اِسرائیل اپنے اپنے شہر میں اپنی اپنی ملِکیّت کو لَوٹ گئے۔
1 عید کے بعد جماعت کے تمام اسرائیلیوں نے یہوداہ کے شہروں میں جا کر پتھر کے بُتوں کو ٹکڑے ٹکڑے کر دیا، یسیرت دیوی کے کھمبوں کو کاٹ ڈالا، اونچی جگہوں کے مندروں کو ڈھا دیا اور غلط قربان گاہوں کو ختم کر دیا۔ جب تک اُنہوں نے یہ کام یہوداہ، بن یمین، افرائیم اور منسّی کے پورے علاقوں میں تکمیل تک نہیں پہنچایا تھا اُنہوں نے آرام نہ کیا۔ اِس کے بعد وہ سب اپنے اپنے شہروں اور گھروں کو چلے گئے۔
उसने ऊँची जगहों के मंदिरों को गिरा दिया, पत्थर के उन सतूनों को टुकड़े टुकड़े कर दिया जिनकी पूजा की जाती थी और यसीरत देवी के खंबों को काट डाला। पीतल का जो साँप मूसा ने बनाया था उसे भी बादशाह ने टुकड़े टुकड़े कर दिया, क्योंकि इसराईली उन ऐयाम तक उसके सामने बख़ूर जलाने आते थे। (साँप नख़ुश्तान कहलाता था।)
हिज़क़ियाह ने तो इस ख़ुदा की बेहुरमती की है। क्योंकि उसने उस की ऊँची जगहों के मंदिरों और क़ुरबानगाहों को ढाकर यहूदाह और यरूशलम से कहा है कि एक ही क़ुरबानगाह के सामने परस्तिश करें, एक ही क़ुरबानगाह पर क़ुरबानियाँ चढ़ाएँ।
“ठीक है, फिर जाएँ और सोसन में रहनेवाले तमाम यहूदियों को जमा करें। मेरे लिए रोज़ा रखकर तीन दिन और तीन रात न कुछ खाएँ, न पिएँ। मैं भी अपनी नौकरानियों के साथ मिलकर रोज़ा रखूँगी। इसके बाद बादशाह के पास जाऊँगी, गो यह क़ानून के ख़िलाफ़ है। अगर मरना है तो मर ही जाऊँगी।”
इसके बाद सब बाल के मंदिर पर टूट पड़े और उसे ढा दिया। उस की क़ुरबानगाहों और बुतों को टुकड़े टुकड़े करके उन्होंने बाल के पुजारी मत्तान को क़ुरबानगाहों के सामने ही मार डाला।
उसने अजनबी माबूदों की क़ुरबानगाहों को ऊँची जगहों के मंदिरों समेत गिराकर देवताओं के लिए मख़सूस किए गए सतूनों को टुकड़े टुकड़े कर दिया और यसीरत देवी के खंबे काट डाले।
उनके माबूदों को सिजदा न करना, न उनकी ख़िदमत करना। उनके रस्मो-रिवाज भी न अपनाना बल्कि उनके बुतों को तबाह कर देना। जिन सतूनों के सामने वह इबादत करते हैं उनको भी टुकड़े टुकड़े कर डालना।
जब पौ फटने लगी तो दोनों आदमियों ने लूत को बहुत समझाया और कहा, “जल्दी कर! अपनी बीवी और दोनों बेटियों को साथ लेकर चला जा, वरना जब शहर को सज़ा दी जाएगी तो तू भी हलाक हो जाएगा।”
शायद तुम कहो, ‘हम रब अपने ख़ुदा पर तवक्कुल करते हैं।’ लेकिन यह किस तरह हो सकता है? हिज़क़ियाह ने तो उस की बेहुरमती की है। क्योंकि उसने ऊँची जगहों के मंदिरों और क़ुरबानगाहों को ढाकर यहूदाह और यरूशलम से कहा है कि सिर्फ़ यरूशलम की क़ुरबानगाह के सामने परस्तिश करें।
ऊँची जगहों के जिन मंदिरों को उसके बाप हिज़क़ियाह ने ढा दिया था उन्हें उसने नए सिरे से तामीर किया। उसने बाल देवताओं की क़ुरबानगाहें बनवाईं और यसीरत देवी के खंबे खड़े किए। इनके अलावा वह सूरज, चाँद बल्कि आसमान के पूरे लशकर को सिजदा करके उनकी ख़िदमत करता था।