Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




۲-توارِیخ 16:1 - किताबे-मुक़द्दस

1 आसा की हुकूमत के 36वें साल में इसराईल के बादशाह बाशा ने यहूदाह पर हमला करके रामा शहर की क़िलाबंदी की। मक़सद यह था कि न कोई यहूदाह के मुल्क में दाख़िल हो सके, न कोई वहाँ से निकल सके।

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

1 آساؔ کے دَورِ حُکومت کے چھتّیسویں سال میں شاہِ اِسرائیل بعشاؔ نے یہُوداہؔ پر حملہ کیا اَور اُس نے رامہؔ کی قلعہ بندی کر دی تاکہ کوئی بھی شخص شمالی اِسرائیل کی سرحد سے شاہِ یہُودیؔہ آساؔ کے پاس آنے جانے نہ پائے۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

1 آسا کی سلطنت کے چھتِّیسویں برس اِسرائیل کا بادشاہ بعشا یہُوداؔہ پر چڑھ آیا اور رامہ کو تعمِیر کِیا تاکہ یہُوداؔہ کے بادشاہ آسا کے ہاں کِسی کو آنے جانے نہ دے۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

1 آسا کی حکومت کے 36ویں سال میں اسرائیل کے بادشاہ بعشا نے یہوداہ پر حملہ کر کے رامہ شہر کی قلعہ بندی کی۔ مقصد یہ تھا کہ نہ کوئی یہوداہ کے ملک میں داخل ہو سکے، نہ کوئی وہاں سے نکل سکے۔

باب دیکھیں کاپی




۲-توارِیخ 16:1
9 حوالہ جات  

फिर उसने यहूदाह और बिनयमीन के तमाम लोगों को यरूशलम बुलाया। उन इसराईलियों को भी दावत मिली जो इफ़राईम, मनस्सी और शमौन के क़बायली इलाक़ों से मुंतक़िल होकर यहूदाह में आबाद हुए थे। क्योंकि बेशुमार लोग यह देखकर कि रब आसा का ख़ुदा उसके साथ है इसराईल से निकलकर यहूदाह में जा बसे थे।


उस ज़माने में सफ़र करना ख़तरनाक होता था, क्योंकि अमनो-अमान कहीं नहीं था।


उसने सोचा, “लोग बाक़ायदगी से यरूशलम आते-जाते हैं ताकि वहाँ रब के घर में अपनी क़ुरबानियाँ पेश करें। अगर यह सिलसिला तोड़ा न जाए तो आहिस्ता आहिस्ता उनके दिल दुबारा यहूदाह के बादशाह रहुबियाम की तरफ़ मायल हो जाएंगे। आख़िरकार वह मुझे क़त्ल करके रहुबियाम को अपना बादशाह बना लेंगे।”


आसा की हुकूमत के 35वें साल तक जंग दुबारा न छिड़ी।


जवाब में आसा ने शाम के बादशाह बिन-हदद के पास वफ़द भेजा जिसका दारुल-हुकूमत दमिश्क़ था। उसने रब के घर और शाही महल के ख़ज़ानों की सोना-चाँदी वफ़द के सुपुर्द करके दमिश्क़ के बादशाह को पैग़ाम भेजा,


जिस हौज़ में इसमाईल ने उन आदमियों की लाशें फेंक दीं जो उसने जिदलियाह के मामले में मार डाले थे उसे यहूदाह के बादशाह आसा ने बनवाया था—उस वक़्त जब वह इसराईली बादशाह बाशा की वजह से मिसफ़ाह को मज़बूत बना रहा था। इसमाईल ने इसी हौज़ को मक़तूलों से भर दिया।


आज़ाद होने के बाद भी रब का कलाम यरमियाह पर नाज़िल हुआ। शाही मुहाफ़िज़ों के अफ़सर नबूज़रादान ने उसे रामा में रिहा किया था। क्योंकि जब यरूशलम और बाक़ी यहूदाह के क़ैदियों को मुल्के-बाबल में ले जाने के लिए जमा किया गया तो मालूम हुआ कि यरमियाह भी ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ उनमें शामिल है।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات