2 اَور عورتوں کو اَور اُن سَب کو جو اُس میں تھے کیا جَوان کیا ضعیف اسیر کر لیا۔ اُنہُوں نے اُن میں سے کسی کو جان سے نہ مارا لیکن جَب گیٔے تو اُنہیں اُٹھالے گیٔے۔
जब भी दाऊद किसी आबादी पर हमला करता तो वह तमाम बाशिंदों को मौत के घाट उतार देता और न मर्द, न औरत को ज़िंदा छोड़कर जात लाता। क्योंकि उसने सोचा, “ऐसा न हो कि फ़िलिस्तियों को पता चले कि मैं असल में इसराईली आबादियों पर हमला नहीं कर रहा।” जितना वक़्त दाऊद ने फ़िलिस्ती मुल्क में गुज़ारा वह ऐसा ही करता रहा।