Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




۱-سموئیل 27:9 - किताबे-मुक़द्दस

9 जब भी कोई मक़ाम दाऊद के क़ब्ज़े में आ जाता तो वह किसी भी मर्द या औरत को ज़िंदा न रहने देता लेकिन भेड़-बकरियों, गाय-बैलों, गधों, ऊँटों और कपड़ों को अपने साथ सिक़लाज ले जाता। जब भी दाऊद किसी हमले से वापस आकर बादशाह अकीस से मिलता

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

9 جَب کبھی داویؔد کسی علاقہ پر حملہ کرتا وہ کسی بھی مَرد یا عورت کو زندہ نہ چھوڑتا۔ لیکن بھیڑیں اَور مویشی، گدھے اَور اُونٹ اَور کپڑے لے لیتا اَور پھر وہ اکِیشؔ کے پاس لَوٹ آتا۔

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

9 اور داؤُد نے اُس سرزمِین کو تباہ کر ڈالا اور عَورت مَرد کِسی کو جِیتا نہ چھوڑا اور اُن کی بھیڑ بکریاں اور بَیل اور گدھے اور اُونٹ اور کپڑے لے کر لَوٹا اور اکِیس کے پاس گیا۔

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

9 جب بھی کوئی مقام داؤد کے قبضے میں آ جاتا تو وہ کسی بھی مرد یا عورت کو زندہ نہ رہنے دیتا لیکن بھیڑبکریوں، گائےبَیلوں، گدھوں، اونٹوں اور کپڑوں کو اپنے ساتھ صِقلاج لے جاتا۔ جب بھی داؤد کسی حملے سے واپس آ کر بادشاہ اَکیس سے ملتا

باب دیکھیں کاپی




۱-سموئیل 27:9
9 حوالہ جات  

अब वक़्त आ गया है कि तू उन पर हमला करे। सब कुछ तबाह करके मेरे हवाले कर दे। कुछ भी बचने न दे, बल्कि तमाम मर्दों, औरतों, बच्चों शीरख़ारों समेत, गाय-बैलों, भेड़-बकरियों, ऊँटों और गधों को मौत के घाट उतार दे।’”


तब साऊल ने अमालीक़ियों पर हमला करके उन्हें हवीला से लेकर मिसर की मशरिक़ी सरहद शूर तक शिकस्त दी।


जो कुछ भी शहर में था उसे उन्होंने तलवार से मारकर रब के लिए मख़सूस किया, ख़ाह मर्द या औरत, जवान या बुज़ुर्ग, गाय-बैल, भेड़-बकरी या गधा था।


मूसा के कहने पर इसराईली बहरे-क़ुलज़ुम से रवाना होकर दश्ते-शूर में चले गए। वहाँ वह तीन दिन तक सफ़र करते रहे। इस दौरान उन्हें पानी न मिला।


उस की औलाद उस इलाक़े में आबाद थी जो हवीला और शूर के दरमियान है और जो मिसर के मशरिक़ में असूर की तरफ़ है। यों इसमाईल अपने तमाम भाइयों के सामने ही आबाद हुआ।


रब के फ़रिश्ते को हाजिरा रेगिस्तान के उस चश्मे के क़रीब मिली जो शूर के रास्ते पर है।


पूरी क़ौम को तलवार से मारा गया, सिर्फ़ उनका बादशाह अजाज ज़िंदा पकड़ा गया।


साथ साथ उसके बहुत माल-मवेशी थे : 7,000 भेड़-बकरियाँ, 3,000 ऊँट, बैलों की 500 जोड़ियाँ और 500 गधियाँ। उसके बेशुमार नौकर-नौकरानियाँ भी थे। ग़रज़ मशरिक़ के तमाम बाशिंदों में इस आदमी की हैसियत सबसे बड़ी थी।


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات