2 लेकिन समुएल ने एतराज़ किया, “मैं किस तरह जा सकता हूँ? साऊल यह सुनकर मुझे मार डालेगा।” रब ने जवाब दिया, “एक जवान गाय अपने साथ लेकर लोगों को बता दे कि मैं इसे रब के हुज़ूर क़ुरबान करने के लिए आया हूँ।
2 لیکن شموایلؔ نے کہا، ”میں کیسے جا سَکتا ہُوں؟ کیونکہ شاؤل یہ بات سُنے گا تو مُجھے مار ڈالے گا۔“ یَاہوِہ نے فرمایا، ”اَپنے ساتھ ایک جَوان بچھیا لے جا اَور کہنا، ’میں یَاہوِہ کے لیٔے قُربانی کرنے کے لیٔے آیا ہُوں۔‘
2 سموئیل نے کہا مَیں کیونکر جاؤُں؟ اگر ساؤُل سُن لے گا تو مُجھے مار ہی ڈالے گا۔ خُداوند نے کہا ایک بچِھیا اپنے ساتھ لے جا اور کہنا کہ مَیں خُداوند کے لِئے قُربانی کرنے کو آیا ہُوں۔
2 لیکن سموایل نے اعتراض کیا، ”مَیں کس طرح جا سکتا ہوں؟ ساؤل یہ سن کر مجھے مار ڈالے گا۔“ رب نے جواب دیا، ”ایک جوان گائے اپنے ساتھ لے کر لوگوں کو بتا دے کہ مَیں اِسے رب کے حضور قربان کرنے کے لئے آیا ہوں۔
लड़कियों ने जवाब दिया, “जी, वह अभी अभी पहुँचा है, क्योंकि शहर के लोग आज पहाड़ी पर क़ुरबानियाँ चढ़ाकर ईद मना रहे हैं। अगर जल्दी करें तो पहाड़ी पर चढ़ने से पहले उससे मुलाक़ात हो जाएगी। उस वक़्त तक ज़ियाफ़त शुरू नहीं होगी जब तक ग़ैबबीन पहुँच न जाए। क्योंकि उसे पहले खाने को बरकत देना है, फिर ही मेहमानों को खाना खाने की इजाज़त है। अब जाएँ, क्योंकि इसी वक़्त आप उससे बात कर सकते हैं।”
उसने कहा, ‘मेहरबानी करके मुझे जाने दें, क्योंकि मेरा ख़ानदान एक ख़ास क़ुरबानी चढ़ा रहा है, और मेरे भाई ने मुझे आने का हुक्म दिया है। अगर आपको मंज़ूर हो तो बराहे-करम मुझे अपने भाइयों के पास जाने की इजाज़त दें।’ यही वजह है कि वह बादशाह की ज़ियाफ़त में शरीक नहीं हुआ।”
यस्सी को दावत दे कि वह क़ुरबानी की ज़ियाफ़त में शरीक हो जाए। आगे मैं तुझे बताऊँगा कि क्या करना है। मैं तुझे दिखाऊँगा कि किस बेटे को मेरे लिए मसह करके चुन लेना है।”