Biblia Todo Logo
آن لائن بائبل

- اشتہارات -




۱-یوحنا 3:17 - किताबे-मुक़द्दस

17 अगर किसी के माली हालात ठीक हों और वह अपने भाई की ज़रूरतमंद हालत को देखकर रहम न करे तो उसमें अल्लाह की मुहब्बत किस तरह क़ायम रह सकती है?

باب دیکھیں کاپی

اُردو ہم عصر ترجُمہ

17 اگر کسی کے پاس دُنیا کا مال مَوجُود ہے لیکن وہ اَپنے بھایٔی کو مُحتاج دیکھ کر اُس پر رحم کرنے سے باز رہتاہے تو خُدا کی مَحَبّت اُس میں کِس طرح قائِم رہ سکتی ہے؟

باب دیکھیں کاپی

کِتابِ مُقادّس

17 جِس کِسی کے پاس دُنیا کا مال ہو اور وہ اپنے بھائی کو مُحتاج دیکھ کر رَحم کرنے میں دریغ کرے تو اُس میں خُدا کی مُحبّت کیوں کر قائِم رہ سکتی ہے؟

باب دیکھیں کاپی

ہولی بائبل کا اردو جیو ورژن

17 اگر کسی کے مالی حالات ٹھیک ہوں اور وہ اپنے بھائی کی ضرورت مند حالت کو دیکھ کر رحم نہ کرے تو اُس میں اللہ کی محبت کس طرح قائم رہ سکتی ہے؟

باب دیکھیں کاپی




۱-یوحنا 3:17
17 حوالہ جات  

नीज़, भलाई करना और दूसरों को अपनी बरकात में शरीक करना मत भूलना, क्योंकि ऐसी क़ुरबानियाँ अल्लाह को पसंद हैं।


अगर कोई कहे, “मैं अल्लाह से मुहब्बत रखता हूँ” लेकिन अपने भाई से नफ़रत करे तो वह झूटा है। क्योंकि जो अपने भाई से जिसे उसने देखा है मुहब्बत नहीं रखता वह किस तरह अल्लाह से मुहब्बत रख सकता है जिसे उसने नहीं देखा?


उसने जवाब दिया, “जिसके पास दो कुरते हैं वह एक उसको दे दे जिसके पास कुछ न हो। और जिसके पास खाना है वह उसे खिला दे जिसके पास कुछ न हो।”


जो ग़रीब पर मेहरबानी करे वह रब को उधार देता है, वही उसे अज्र देगा।


फ़र्ज़ करें कि कोई भाई या बहन कपड़ों और रोज़मर्रा रोटी की ज़रूरतमंद हो।


जो अपने कान में उँगली डाले ताकि शरीअत की बातें न सुने उस की दुआएँ भी क़ाबिले-घिन हैं।


आप तो जानते हैं कि हमारे ख़ुदावंद ईसा मसीह ने आप पर कैसा फ़ज़ल किया है, कि अगरचे वह दौलतमंद था तो भी वह आपकी ख़ातिर ग़रीब बन गया ताकि आप उस की ग़ुरबत से दौलतमंद बन जाएँ।


जो भी ईमान रखता है कि ईसा ही मसीह है वह अल्लाह से पैदा होकर उसका फ़रज़ंद बन गया है। और जो बाप से मुहब्बत रखता है वह उसके फ़रज़ंद से भी मुहब्बत रखता है।


रास्तबाज़ अपने मवेशी का भी ख़याल करता है जबकि बेदीन का दिल ज़ालिम ही ज़ालिम है।


जो पस्तहाल पर ज़ुल्म करे वह उसके ख़ालिक़ की तहक़ीर करता है जबकि जो ज़रूरतमंद पर तरस खाए वह अल्लाह का एहतराम करता है।


जो कान में उँगली डालकर ग़रीब की मदद के लिए चीख़ें नहीं सुनता वह भी एक दिन चीख़ें मारेगा, और उस की भी सुनी नहीं जाएगी।


यह देखकर आपमें से कोई उससे कहे, “अच्छा जी, ख़ुदा हाफ़िज़। गरम कपड़े पहनो और जी भरकर खाना खाओ।” लेकिन वह ख़ुद यह ज़रूरियात पूरी करने में मदद न करे। क्या इसका कोई फ़ायदा है?


ہمیں فالو کریں:

اشتہارات


اشتہارات