۱-تواریخ 11:5 - किताबे-मुक़द्दस5 दाऊद को देखकर यबूसियों ने उससे कहा, “आप हमारे शहर में कभी दाख़िल नहीं हो पाएँगे!” तो भी दाऊद ने सिय्यून के क़िले पर क़ब्ज़ा कर लिया जो आजकल ‘दाऊद का शहर’ कहलाता है। باب دیکھیںاُردو ہم عصر ترجُمہ5 یبُوسیوں نے داویؔد سے کہا، ”تُم یہاں داخل نہ ہو سکوگے۔“ تاہم داویؔد نے صِیّونؔ کا قلعہ فتح کر لیا جسے اَب داویؔد کا شہر کہتے ہیں۔ باب دیکھیںکِتابِ مُقادّس5 اور یبُوس کے باشِندوں نے داؤُد سے کہا کہ تُو یہاں آنے نہ پائے گا تَو بھی داؤُد نے صِیُّون کا قلعہ لے لِیا۔ یِہی داؤُد کا شہر ہے۔ باب دیکھیںہولی بائبل کا اردو جیو ورژن5 داؤد کو دیکھ کر یبوسیوں نے اُس سے کہا، ”آپ ہمارے شہر میں کبھی داخل نہیں ہو پائیں گے!“ توبھی داؤد نے صیون کے قلعے پر قبضہ کر لیا جو آج کل ’داؤد کا شہر‘ کہلاتا ہے۔ باب دیکھیں |
फिर सुलेमान ने इसराईल के तमाम बुज़ुर्गों और क़बीलों और कुंबों के तमाम सरपरस्तों को अपने पास यरूशलम में बुलाया, क्योंकि रब के अहद का संदूक़ अब तक यरूशलम के उस हिस्से में था जो ‘दाऊद का शहर’ या सिय्यून कहलाता है। सुलेमान चाहता था कि क़ौम के नुमाइंदे हाज़िर हों जब संदूक़ को वहाँ से रब के घर में पहुँचाया जाए।
फिर सुलेमान ने इसराईल के तमाम बुज़ुर्गों और क़बीलों और कुंबों के तमाम सरपरस्तों को अपने पास यरूशलम में बुलाया, क्योंकि रब के अहद का संदूक़ अब तक यरूशलम के उस हिस्से में था जो ‘दाऊद का शहर’ या सिय्यून कहलाता है। सुलेमान चाहता था कि क़ौम के नुमाइंदे हाज़िर हों जब संदूक़ को वहाँ से रब के घर में पहुँचाया जाए।