Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनम् -




प्रकाशितवाक्य 6:5 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari

5 अपरं तृतीयमुद्रायां तन मोचितायां तृतीयस्य प्राणिन आगत्य पश्येति वाक् मया श्रुता, ततः कालवर्ण एको ऽश्वो मया दृष्टः, तदारोहिणो हस्ते तुला तिष्ठति

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि


अधिकानि संस्करणानि

সত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script

5 অপৰং তৃতীযমুদ্ৰাযাং তন মোচিতাযাং তৃতীযস্য প্ৰাণিন আগত্য পশ্যেতি ৱাক্ মযা শ্ৰুতা, ততঃ কালৱৰ্ণ একো ঽশ্ৱো মযা দৃষ্টঃ, তদাৰোহিণো হস্তে তুলা তিষ্ঠতি

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script

5 অপরং তৃতীযমুদ্রাযাং তন মোচিতাযাং তৃতীযস্য প্রাণিন আগত্য পশ্যেতি ৱাক্ মযা শ্রুতা, ততঃ কালৱর্ণ একো ঽশ্ৱো মযা দৃষ্টঃ, তদারোহিণো হস্তে তুলা তিষ্ঠতি

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script

5 အပရံ တၖတီယမုဒြာယာံ တန မောစိတာယာံ တၖတီယသျ ပြာဏိန အာဂတျ ပၑျေတိ ဝါက် မယာ ၑြုတာ, တတး ကာလဝရ္ဏ ဧကော 'ၑွော မယာ ဒၖၐ္ဋး, တဒါရောဟိဏော ဟသ္တေ တုလာ တိၐ္ဌတိ

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script

5 aparaM tRtIyamudrAyAM tana mOcitAyAM tRtIyasya prANina Agatya pazyEti vAk mayA zrutA, tataH kAlavarNa EkO 'zvO mayA dRSTaH, tadArOhiNO hastE tulA tiSThati

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script

5 અપરં તૃતીયમુદ્રાયાં તન મોચિતાયાં તૃતીયસ્ય પ્રાણિન આગત્ય પશ્યેતિ વાક્ મયા શ્રુતા, તતઃ કાલવર્ણ એકો ઽશ્વો મયા દૃષ્ટઃ, તદારોહિણો હસ્તે તુલા તિષ્ઠતિ

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि




प्रकाशितवाक्य 6:5
11 अन्तरसन्दर्भाः  

अपरं देशस्य विपक्षो देशो राज्यस्य विपक्षो राज्यं भविष्यति, स्थाने स्थाने च दुर्भिक्षं महामारी भूकम्पश्च भविष्यन्ति,


किन्तु तेषां प्राचीनानाम् एको जनो मामवदत् मा रोदीः पश्य यो यिहूदावंशीयः सिंहो दायूदो मूलस्वरूपश्चास्ति स पत्रस्य तस्य सप्तमुद्राणाञ्च मोचनाय प्रमूतवान्।


अपरं ते नूतनमेकं गीतमगायन्, यथा, ग्रहीतुं पत्रिकां तस्य मुद्रा मोचयितुं तथा। त्वमेवार्हसि यस्मात् त्वं बलिवत् छेदनं गतः। सर्व्वाभ्यो जातिभाषाभ्यः सर्व्वस्माद् वंशदेशतः। ईश्वरस्य कृते ऽस्मान् त्वं स्वीयरक्तेन क्रीतवान्।


अनन्तरं मयि निरीक्षमाणे मेषशावकेन तासां सप्तमुद्राणाम् एका मुद्रा मुक्ता ततस्तेषां चतुर्णाम् एकस्य प्राणिन आगत्य पश्येतिवाचको मेघगर्जनतुल्यो रवो मया श्रुतः।


अस्मान् अनुसरणं कुर्वन्तु : १.

विज्ञापनम्


विज्ञापनम्