Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनम् -




प्रकाशितवाक्य 19:2 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari

2 विचाराज्ञाश्च तस्यैव सत्या न्याय्या भवन्ति च। या स्ववेश्याक्रियाभिश्च व्यकरोत् कृत्स्नमेदिनीं। तां स दण्डितवान् वेश्यां तस्याश्च करतस्तथा। शोणितस्य स्वदासानां संशोधं स गृहीतवान्॥

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि


अधिकानि संस्करणानि

সত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script

2 ৱিচাৰাজ্ঞাশ্চ তস্যৈৱ সত্যা ন্যায্যা ভৱন্তি চ| যা স্ৱৱেশ্যাক্ৰিযাভিশ্চ ৱ্যকৰোৎ কৃৎস্নমেদিনীং| তাং স দণ্ডিতৱান্ ৱেশ্যাং তস্যাশ্চ কৰতস্তথা| শোণিতস্য স্ৱদাসানাং সংশোধং স গৃহীতৱান্||

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script

2 ৱিচারাজ্ঞাশ্চ তস্যৈৱ সত্যা ন্যায্যা ভৱন্তি চ| যা স্ৱৱেশ্যাক্রিযাভিশ্চ ৱ্যকরোৎ কৃৎস্নমেদিনীং| তাং স দণ্ডিতৱান্ ৱেশ্যাং তস্যাশ্চ করতস্তথা| শোণিতস্য স্ৱদাসানাং সংশোধং স গৃহীতৱান্||

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script

2 ဝိစာရာဇ္ဉာၑ္စ တသျဲဝ သတျာ နျာယျာ ဘဝန္တိ စ၊ ယာ သွဝေၑျာကြိယာဘိၑ္စ ဝျကရောတ် ကၖတ္သ္နမေဒိနီံ၊ တာံ သ ဒဏ္ဍိတဝါန် ဝေၑျာံ တသျာၑ္စ ကရတသ္တထာ၊ ၑောဏိတသျ သွဒါသာနာံ သံၑောဓံ သ ဂၖဟီတဝါန်။

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script

2 vicArAjnjAzca tasyaiva satyA nyAyyA bhavanti ca| yA svavEzyAkriyAbhizca vyakarOt kRtsnamEdinIM| tAM sa daNPitavAn vEzyAM tasyAzca karatastathA| zONitasya svadAsAnAM saMzOdhaM sa gRhItavAn||

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script

2 વિચારાજ્ઞાશ્ચ તસ્યૈવ સત્યા ન્યાય્યા ભવન્તિ ચ| યા સ્વવેશ્યાક્રિયાભિશ્ચ વ્યકરોત્ કૃત્સ્નમેદિનીં| તાં સ દણ્ડિતવાન્ વેશ્યાં તસ્યાશ્ચ કરતસ્તથા| શોણિતસ્ય સ્વદાસાનાં સંશોધં સ ગૃહીતવાન્||

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि




प्रकाशितवाक्य 19:2
16 अन्तरसन्दर्भाः  

ईश्वरदासस्य मूससो गीतं मेषशावकस्य च गीतं गायन्तो वदन्ति, यथा, सर्व्वशक्तिविशिष्टस्त्वं हे प्रभो परमेश्वर।त्वदीयसर्व्वकर्म्माणि महान्ति चाद्भुतानि च। सर्व्वपुण्यवतां राजन् मार्गा न्याय्या ऋताश्च ते।


हे स्वर्गवासिनः सर्व्वे पवित्राः प्रेरिताश्च हे। हे भाविवादिनो यूयं कृते तस्याः प्रहर्षत। युष्माकं यत् तया सार्द्धं यो विवादः पुराभवत्। दण्डं समुचितं तस्य तस्यै व्यतरदीश्वरः॥


यतः सर्व्वजातीयास्तस्या व्यभिचारजातां कोपमदिरां पीतवन्तः पृथिव्या राजानश्च तया सह व्यभिचारं कृतवन्तः पृथिव्या वणिजश्च तस्याः सुखभोगबाहुल्याद् धनाढ्यतां गतवन्तः।


त उच्चैरिदं गदन्ति, हे पवित्र सत्यमय प्रभो अस्माकं रक्तपाते पृथिवीनिवासिभि र्विवदितुं तस्य फल दातुञ्च कति कालं विलम्बसे?


अस्मान् अनुसरणं कुर्वन्तु : १.

विज्ञापनम्


विज्ञापनम्