यः कश्चित् ममैताः कथाः श्रुत्वा पालयति, स पाषाणोपरि गृहनिर्म्मात्रा ज्ञानिना सह मयोपमीयते।
मत्ती 7:26 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari किन्तु यः कश्चित् ममैताः कथाः श्रुत्वा न पालयति स सैकते गेहनिर्म्मात्रा ऽज्ञानिना उपमीयते। अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script কিন্তু যঃ কশ্চিৎ মমৈতাঃ কথাঃ শ্ৰুৎৱা ন পালযতি স সৈকতে গেহনিৰ্ম্মাত্ৰা ঽজ্ঞানিনা উপমীযতে| সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script কিন্তু যঃ কশ্চিৎ মমৈতাঃ কথাঃ শ্রুৎৱা ন পালযতি স সৈকতে গেহনির্ম্মাত্রা ঽজ্ঞানিনা উপমীযতে| သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script ကိန္တု ယး ကၑ္စိတ် မမဲတား ကထား ၑြုတွာ န ပါလယတိ သ သဲကတေ ဂေဟနိရ္မ္မာတြာ 'ဇ္ဉာနိနာ ဥပမီယတေ၊ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script kintu yaH kazcit mamaitAH kathAH zrutvA na pAlayati sa saikatE gEhanirmmAtrA 'jnjAninA upamIyatE| સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script કિન્તુ યઃ કશ્ચિત્ મમૈતાઃ કથાઃ શ્રુત્વા ન પાલયતિ સ સૈકતે ગેહનિર્મ્માત્રા ઽજ્ઞાનિના ઉપમીયતે| satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script kintu yaH kazcit mamaitAH kathAH zrutvA na pAlayati sa saikate gehanirmmAtrA 'jJAninA upamIyate| |
यः कश्चित् ममैताः कथाः श्रुत्वा पालयति, स पाषाणोपरि गृहनिर्म्मात्रा ज्ञानिना सह मयोपमीयते।
यतो वृष्टौ सत्याम् आप्लाव आगते वायौ वाते च तेषु तद्गेहं लग्नेषु पाषाणोपरि तस्य भित्तेस्तन्न पततिl
यतो जलवृष्टौ सत्याम् आप्लाव आगते पवने वाते च तै र्गृहे समाघाते तत् पतति तत्पतनं महद् भवति।
किन्तु यः कश्चिन् मम कथाः श्रुत्वा तदनुरूपं नाचरति स भित्तिं विना मृृदुपरि गृहनिर्म्मात्रा समानो भवति; यत आप्लाविजलमागत्य वेगेन यदा वहति तदा तद्गृहं पतति तस्य महत् पतनं जायते।
किन्तु हे निर्ब्बोधमानव, कर्म्महीनः प्रत्ययो मृत एवास्त्येतद् अवगन्तुं किम् इच्छसि?